नूंह: अपने निर्धारित कार्यक्रम के तहत राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा 21 दिसंबर को हरियाणा (Bharat Jod Yatra in Haryana) पहुंची. उनकी अगुवानी के लिए नूंह जिले में राजस्थान बॉर्डर पर कांग्रेस के दिग्गज नेता मौजूद रहे. हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, रणदीप सिंह सुरजेवाला, हरियाणा काग्रेस अध्यक्ष उदयभान, हरियाणा कांग्रेस प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल समेत बड़ी संख्या में नेताओं ने राहुल गांधी का स्वागत किया. राहुल गांधी ने इसके बाद जनता को संबोधित किया और कई बड़े मुद्दों पर केंद्र सरकार को फेल बताया.
जीएसटी और नोटबंदी छोटे दुकानदारों को मारने का हथियार-राहुल गांधी ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा (Rahul Gandhi Bharat Jodo Yatra in Nuh) के दौरान मुझे बेरोजगार युवक मिलते हैं, जो बताते हैं कि उन्होंने डिग्री तो ले ली लेकिन उनको पास कोई काम नहीं हैं. आज सबसे बड़ी समस्या इस देश में बेरोजगारी की है. राहुल ने मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि 5-7 लोग जो चाहते हैं इस देश में कर लेते हैं. वो अरबपति हैं. उनके ऊपर लाखों करोड़ का कर्जा है. जबकि छोटे व्यापारियों को किनारे लगा दिया गया है. मैनें अपने भाषणों में हमेशा कहा है कि नोटबंदी और जीएसटी पॉलिसी नही है बल्कि छोटे व्यापारियों को मारने का हथियार है. जिसका लक्ष्य ये है कि सबसे अमीर हिंदुस्तान के 2-3 लोगों को सारा धन पकड़ा दिया जाये. (Rahul Gandhi on demonetisation and GST)
नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोल रहा हूं-अपने चिरपरिचित अंदाज में राहुल ने एक बार फिर बीजेपी पर नफरत फैलाने का आरोप लगाया. मुझसे बीजेपी के नेताओं ने पूछा इस यात्रा की क्या जरूरत है. क्या जरूरत है कन्याकुमारी से कश्मीर चलने की. मैने उनको जवाब दिया. आपके नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोल रहे हैं. जब भी ये लोग इस देश में नफरत फैलाने निकलते हैं, तब हमारे कांग्रेस की विचारधारा के लोग प्यार और मोहब्बत फैलाने का काम करते हैं. ये विचारधार की लड़ाई है. ये पुरानी लड़ाई है. एक विचारधारा जो कुछ चुने हुए लोगों को फायदा पहुंचा रही है, और दूसरी विचारधारा जो आम लोगों के लिए जीती है.
मैं कोई तपस्वी नहीं हूं-नूंह में जनता को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा कि कई लोग मुझे कहते हैं कि आप भारत को जड़ने का काम कर रहे हैं. ये बहुत बड़ी तपस्या है. इस राहुल गांधी ने कहा कि इस देश में करोड़ों तपस्वी हैं जो हर रोज खेतों में काम करते हैं. मजदूरी करते हैं. सड़कों पर रहते हैं. कन्याकुमारी से कश्मीर चलकर मैने कोई बड़ा काम नहीं किया है. इससे बड़ा काम हर रोज किसान, मजदूर, दुकानदार सब करते हैं. राहुल ने कहा किकन्याकुमारी से चलकर कश्मीर में हम तिरंगा लहराकर छोड़ेंगे. कोई भी शक्ति इस यात्रा को रोक नहीं सकती है. ये यात्रा हिंदुस्तान के गरीबों, किसानों, छोटे दुकानदारों और बेरोजगारों की है.