वायनाड(केरल):कांग्रेस नेता राहुल गांधी शुक्रवार को अपने लोकसभा क्षेत्र वायनाड पहुंचे. यहां मीडिया से बात करते हुए पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्र की भाजपा नीत सरकार पर देश में 'गुस्से और नफरत का माहौल' बनाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि यह भारत और यहां के लोगों के हितों के खिलाफ है. भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नुपुर शर्मा द्वारा पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ दिए गए कथित विवादित बयान पर उच्चतम न्यायालय द्वारा की गई टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर वायनाड से कांग्रेस सांसद ने कहा कि शीर्ष अदालत ने सच कहा है, लेकिन देश का यह माहौल उस व्यक्ति से नहीं बना है, जिसने टिप्पणी की है.
उन्होंने आरोप लगाया है कि यह माहौल केंद्र में सत्तारूढ़ सरकार ने बनाया है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा, 'यह माहौल प्रधानमंत्री ने, गृहमंत्री ने, भाजपा और आरएसएस ने बनाया है...यह माहौल गुस्से और नफरत का है.' उन्होंने इसे 'राष्ट्रविरोधी गतिविधि' करार देते हुए कहा कि यह भारत के हित के खिलाफ है.
राहुल का केरल सीएम से ईएसजेड के मुद्दे पर 'भ्रम पैदा नहीं' करने का आग्रह
वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने केरल के मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन से आग्रह किया कि वह पारिस्थितिकी की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों (ईएसजेड) के मुद्दे पर भ्रम पैदा करना बंद करें. बता दें, केरल सरकार ने एक दिन पहले ही पारिस्थितिकी की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों के संबंध में उच्चतम न्यायालय के हालिया फैसले में संशोधन के लिए शीर्ष अदालत का रुख करने का फैसला किया, जिसके बाद राहुल गांधी का यह बयान सामने आया है. गांधी ने चेताया कि वह बसावट वाले क्षेत्रों को ईएसजेड में शामिल करने के राज्य सरकार के किसी भी प्रयास का विरोध करेंगे.
वन्यजीव अभयारण्य और राष्ट्रीय उद्यानों के आसपास एक किलोमीटर के दायरे में ईएसजेड की स्थापना के विरोध में आयोजित एक विशाल रैली को संबोधित करते हुए वायनाड सांसद राहुल गांधी ने कहा कि वह विजयन सरकार से आग्रह करते हैं कि उस मुद्दे का हल वह खुद करे, जो उसने खड़ा किया है. गांधी ने कहा कि उन्होंने केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय से अनुरोध किया था कि वह वायनाड के लोगों की चिंताओं पर विचार करे, जोकि इसके क्रियान्वयन से सर्वाधिक प्रभावित होंगे. कांग्रेस नेता ने कहा कि उन्हें सूचित किया गया कि ईएसजेड का निर्धारण 2019 में केरल सरकार द्वारा भेजे गए प्रस्ताव के अनुसार किया गया है.
ईएसजेड को वायनाड संसदीय क्षेत्र के लोगों के संबंध में गंभीर मुद्दा करार देते हुए राहुल गांधी ने कहा कि उच्चतम न्यायालय का फैसला आने के तुरंत बाद उन्होंने मुख्यमंत्री विजयन को पत्र लिखा था और उनसे लोगों की चिंताओं पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया था लेकिन उनकी ओर से कोई ठोस आश्वासन नहीं मिला.