गोरखपुरः कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी हों या बीजेपी के सांसद रवि किशन शुक्ला या फिर निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर संजय निषाद सभी संध्या के घर जाकर या अपने प्रतिनिधि भेजकर उसका हौसला बढ़ा रहे हैं. ये नेता संध्या की पढ़ाई लिखाई में मदद करने की बात कह रहे हैं. सांसद रवि किशन ने तो उसकी नौकरी तक लगवाने का भरोसा दिलाया है. संध्या बाढ़ के पानी में डूबे घर से खुद नाव चलाकर अपने स्कूल जाती है.
नदी से नाव से स्कूल जाने वाली 11वीं की छात्रा संध्या के जज्बे को हर कोई सलाम कर रहा है. संध्या उन बच्चों और उनके माता-पिता के लिए प्रेरणास्रोत है, जो मुसीबतों से घबराकर घर बैठ जाते हैं. बाढ़ से घर घिरा होने और घर के अंदर तक पानी लगा होने पर भी संध्या का हौसला कम नहीं हुआ. वो अपने सपने को पूरा करने के लिए अन्य लड़कियों की तरह बाढ़ से डरकर घर नहीं बैठना चाहती है. वो अपने सपनों को पूरा करना चाहती है. यही वजह है कि अकेले ही नाव खेकर वो स्कूल जाने के लिए उफनती राप्ती में निकल पड़ती है.
गोरखपुर के बहरामपुर दक्षिणी की रहने वाली संध्या साहनी ने बाढ़ग्रस्त होने और कोरोना के डर से पढ़ाई से समझौता नहीं किया. वो पढ़-लिखकर रेलवे में नौकरी करना चाहती हैं. 15 साल की संध्या शहर के बैंक रोड के अयोध्या दास राजकीय कन्या इंटर कालेज में कक्षा 11वीं की छात्रा है. संध्या चाहती है कि उनके यहां पर बांध बना दिया जाए, तो उनके साथ कई बच्चियों को बाढ़ की वजह से स्कूल नहीं छोड़ना पड़ेगा. राहुल गांधी की कॉल आने और घर आने का वायदा करने पर वो काफी खुश है. वो कहती हैं कि वो आएं और देखें कि वो किस हाल में रह रही हैं.