हैदराबाद : रचाकोंडा पुलिस कमिश्नर महेश भागवत ने 'ईटीवी भारत' से खास बातचीत की. उन्होंने लॉकडाउन के दौरान पुलिस की चुनौतियों के साथ ही कोरोना की थर्ड वेब से मुकाबले की तैयारियों का भी जिक्र किया. पेश हैं साक्षात्कार के कुछ अंश.
- कोरोना वायरस की दूसरी लहर से निपटने में किस तरह की चुनौतियां रहीं ?
पुलिस कमिश्नर : कोरोना की पहली लहर के मुकाबले दूसरी लहर से निपटने की चुनौती ज्यादा बड़ी थी, इस दौर में बहुत से पुलिसकर्मी भी संक्रमित हुए. हॉस्पिटल में बेड, ऑक्सीजन सिलेंडर, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की कमी रही. पुलिसकर्मियों में सेकंड वेब में असुरक्षा की भावना ज्यादा दिखी, हालांकि अब हालात बेहतर हैं और हम तीसरी वेब से मुकाबले की तैयारी कर रहे हैं.
- सेकंड वेब में जो पुलिसकर्मी संक्रमित हुए उनकी केयर आपने कैसे की ?
पुलिस कमिश्नर : हम जानते हैं कि पुलिस फोर्स के एक भी शख्स को भी अगर कुछ हो जाए तो फोर्स का मनोबल गिर जाता है. हमने अपनी फोर्स के लिए स्पेशल स्कीम शुरू की थी. जिसमें उन्हें क्वारंटीन करना, दवाओं की किट देना, एक किलो ड्राई फ्रूट्स का पैकेट, 5000 रुपये की आर्थिक मदद दी. इसके साथ ही जूम कॉल के जरिए संक्रमित पुलिसकर्मी का हालचाल जानने के साथ ही उसके मनोबल को बढ़ाने की कोशिश की. कोरोना महामारी की सेकंड वेब के दौरान हमारे कुछ पुलिसकर्मी वेंटिलेटर पर चले गए थे, वो भी स्वस्थ होकर लौटे हैं. हमारा रिकवरी रेट 100% रहा है.
फर्स्ट वेब से सेकेंड वेब के दौरान लोगों ने लापरवाही बरती जिस वजह से मामले बढ़े, तीसरी वेब की चुनौती से निपटने के लिए क्या कदम उठा रहे हैं ?
पुलिस कमिश्नर : सेकंड वेब के दौरान हमने सख्ती बरती है, जिसमें मास्क ना पहनने पर 1000 रुपये का जुर्माना लगाया है. इसका काफी असर देखने को मिला है. जो लोग नियम का पालन नहीं कर रहे हैं, उनकी सीसीटीवी फुटेज के जरिए पहचान कर उन्हें ई-चालान भेजे जा रहे हैं.
- लॉकडाउन के दौरान इंटर-स्टेट चेकपोस्ट पर किस तरह की निगरानी व्यवस्था की गई ?
पुलिस कमिश्नर :रचाकोंडा पुलिस कमिश्ननरेट है ये काफी बड़ा है. कई बॉर्डर से घिरा हुआ है, यहां 47 चेकपोस्ट काम कर रहे हैं. हम लगातार बड़े वाहनों को शहर में आने से रोक रहे हैं. उन्हें अलग-अलग रूट से डायवर्ट कर रहे हैं, ताकि कोरोना महामारी के दौरान व्यवस्था बनी रहे.
- अनलॉक के दौरान वायरस स्प्रेड को रोकने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं ?
पुलिस कमिश्नर :माउंडेड हॉर्सेस, कल्चरल टीम्स, ऑडियो विजुअल वैन, रचाकोंडा एरिया के सिटिजन मार्शल लोगों को जागरूक करने का काम कर रहे हैं. कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन कराया जा रहा है. इस महामारी के दौरान मास्क न पहनने पर 22 हजार लोगों के खिलाफ केस रजिस्टर्ड किए गए हैं. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने पर 6 हजार लोगों पर केस दर्ज किए गए हैं.
- मानव तस्करी रोकने के लिए किस तरह के कदम उठाए जा रहे हैं ?