ग्लासगो :प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर चीज के सूर्य से उत्पन्न होने पर जोर देते हुए मंगलवार को सौर ऊर्जा की व्यवहार्यता बढ़ाने के लिए 'एक सूर्य, एक विश्व, एक ग्रिड' का आह्वान किया. साथ ही, उन्होंने यह घोषणा की कि भारत की अंतरिक्ष एजेंसी इसरो (भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन) जल्द ही विश्व को एक कैलकुलेटर उपलब्ध कराएगी, जो पूरे विश्व में किसी भी क्षेत्र में सौर ऊर्जा की उपलब्धता को माप सकता है.
जलवायु शिखर सम्मेलन से इतर 'स्वच्छ प्रौद्योगिकी नवोन्मेष बढ़ाने व उसकी तैनाती' कार्यक्रम में यहां विश्व के नेताओं को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि जीवाश्म ईंधन का उपयोग कर कई देश औद्योगिक क्रांति के दौरान अमीर हो गये, लेकिन इसने पृथ्वी और पर्यावरण को बदहाल कर दिया.
उन्होंने कहा, 'औद्योगिक क्रांति जीवाश्म ईंधन का उपयोग कर हुई. कई देश जीवाश्म ईंधन का उपयोग कर संपन्न हो गये, लेकिन इसने पृथ्वी और पर्यावरण को बदहाल कर दिया. जीवाश्म ईंधन के लिए होड़ ने भू-राजनीतिक तनाव भी पैदा किया. हालांकि, आज प्रौद्योगिकी ने हमें एक बेहतर विकल्प दिया है.'
अपने संबोधन के दौरान मोदी ने सूर्योपनिषद का उल्लेख करते हुए कहा कि हर चीज सूर्य से उत्पन्न हुई है. उन्होंने कहा कि सूर्य ऊर्जा का एकमात्र स्रोत है और सौर ऊर्जा हर किसी का भरण-पोषण कर सकती है.
उन्होंने कहा, जब से धरती पर जीवन है, सभी जीवों का जीवन चक्र, प्रतिदिन की दिनचर्या सूर्योदय और सूर्यास्त से जुड़ा हुआ है.
मोदी ने कहा कि जब तक प्रकृति के साथ इस संबंध को कायम रखा जाएगा, धरती सुरक्षित और स्वस्थ रहेगी.