नागपुर : कोरोना की RTPCR रिपोर्ट के परिणाम प्राप्त करने के लिए लोगों को 48 घंटे तक का इंतजार करना पड़ रहा है. इस कारण इस समस्या का हल खोजने के लिए, नागपुर के नेशनल इन्वाइरन्मेन्टल इंजीनियरिंग रिसर्च इंस्टीटयूट ( NEERI) ने एक शोध शुरू किया. इस शोध के तहत संभावित कोरोना रोगी का ड्राई स्वैब ली जाती है और केवल 3 घंटे के भीतर रिपोर्ट सौंप दी जाती है.
CSIR- सेंटर फॉर सेल्युलर एंड मॉलिक्यूलर बायोलॉजी ने इस बारे में एक शोध पत्र प्रकाशित किया था, जिसमें उन्होंने ड्राई स्वैब विधि को शामिल किया था. इस पत्र के आधार पर NEERI के शोधकर्ताओं ने शोध शुरू किया और इसके अनुप्रयोगों का उपयोग करना शुरू किया.
नागपुर में सुपर-स्प्रेडर कोरोना रोगियों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है. इसके कारण वायरस तेजी से फैल रहा है. नागपुर में सक्रिय रोगियों की संख्या 75 हजार से अधिक हो गई है. इस कारण नैदानिक केंद्रों पर व्यापक तनाव पड़ रहा है. यह ही वजह कि अब कोरोना परीक्षण के परिणाम मिलने में दो से तीन दिन लग रही हैं, लेकिन अब NEERI के ड्राई स्वैब विधि की मदद से परिणाम 3 घंटे के भीतर प्राप्त किए जा सकेंगे.
बता दें कि अब तक NEERI के अनुसंधानकर्ताओं ने लगभग 54 हजार परीक्षणों का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है.
ड्राई स्वैब टेस्ट कैसे काम करता है?