चंड़ीगढ़ : पंजाब के एक रिसॉर्ट में अराजक दृश्य देखा गया जहां स्कूल के टीचरों और प्रिंसिपलों ने मुख्यमंत्री भगवंत मान से मुलाकात के बाद फ्री लंच के लिए प्लेट पकड़ने के दौरान एक दूसरे के साथ धक्का मुक्की की. मंगलवार को हुई इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. बता दें कि मुख्यमंत्री मान ने सरकारी स्कूल के प्रधानाचार्यों और शिक्षकों की बैठक बुलाई थी ताकि स्कूली शिक्षा के स्तर को बढ़ाने के लिए उनसे इनपुट मांगा जा सके.
लेकिन मीटिंग जैसे ही समाप्त हुई, शिक्षक डाइनिंग हॉल में चले गए. खाने के लिए वे प्लेटों को पकड़ने के लिए एक-दूसरे को कोहनी मारते देखे गए. सूट पहने व्यक्तियों में से एक, जो रिसॉर्ट का एक स्टाफ प्रतीत होता है, जल्दी से प्लेटों को एक कोने में ले गया और इसे एक-एक करके वितरित करना शुरू कर दिया ताकि शिक्षकों का भीड़ इकट्ठा न हो पाए.
सोशल मीडिया पर टिप्पणी करने के लिए एकदम सही वीडियो मिला. एक यूजर ने ट्विटर पर कमेंट करते हुए लिखा, "सबको मुर्गा बनाओ". वहीं दूसरा यूजर लिखता है " मैं यह जानने के लिए उत्सुक हूं कि दोपहर का भोजन किस समय परोसा गया क्योंकि वे बहुत भूखे दिख रहे हैं." तीसरे ने कहा कि "उन्हें वास्तव में कुछ बुनियादी 'नागरिक भावना' प्रशिक्षण के लिए 'हेवर्ड' भेजने की आवश्यकता है. बता दें कि पंजाब सरकार ने शिक्षकों को मीटिंग स्थल तक लाने के लिए एसी बसों की व्यवस्था की थी. राज्य के शिक्षा मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने कहा कि शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए शिक्षकों के सुझावों को सुनने के लिए बैठक बुलाई गई थी.
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, मुख्यमंत्री भगवंत मान ने "आउट ऑफ द बॉक्स" शैक्षिक सुधार लाने के लिए शिक्षकों से विचार और सुझाव लेने के लिए एक ऑनलाइन पोर्टल लॉन्च किया. उन्होंने कहा कि शिक्षकों को इस पोर्टल के माध्यम से शिक्षा की पारंपरिक प्रणाली को बदलने और इसे कागज रहित, डिजिटल रूप से सशक्त बनाने में मदद करने के लिए विचार ऑनलाइन भेजने चाहिए, रिपोर्ट में आगे कहा गया है. सीएम मान ने यह भी कहा कि लोगों ने वर्तमान सरकारी शिक्षा प्रणाली में विश्वास खो दिया है, यह कहते हुए कि उनकी सरकार युवाओं को रोजगार प्रदान करने के लिए राज्य में उद्योग को वापस लाकर "ब्रेन ड्रेन" को रोकने के लिए प्रतिबद्ध है.
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