होशियारपुर (पंजाब) : पंजाब में आम आदमी की सरकार बनने के बाद पंजाब पुलिस के द्वारा नशे के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है. लेकिन होशियारपुर की पंजाब पुलिस इन दिनों अपने कारनामे की वजह से काफी चर्चा है. दरअसल, पुलिस ने करीब ढाई साल पहले मर चुके हुए व्यक्ति पर नशा बेचने के आरोप में केस दर्ज कर दिया है.
इस मामले में मृतक के परिवार ने राज्य अनुसूचित जाति आयोग को शिकायत करके इंसाफ की गुहार लगाई है. इस बारे में गांव देनोवाल के सुरजीत सिंह ने बताया कि उनके बेटे गुरदीप सिंह उर्फ दीपा के खिलाफ गढ़शंकर थाने में पुलिस ने 20 मई को केस दर्ज किया, जिसमें उसे नशा बेचने के लिए आरोपी बनाया गया है. इस एफआईआर में 13 लोगों को नामजद किया गया है.उन्होंने कहा कि पुलिस ने उनके बेटे गुरदीप सिंह उर्फ दीपा को आरोपित बनाया है, लेकिन उसकी मौत 6 दिसबंर, 2019 को हो गई थी.
सुरजीत सिंह ने गुरदीप सिंह की मौत का प्रमाण पत्र पेश करते हुए कहा कि गुरदीप की मौत का रजिस्ट्रेशन 20 दिसंबर, 2019 को दर्ज है. सुरजीत सिंह ने कहा कि वह सेंसी जाति से हैं जोकि अनुसूचित जाति से संबंधित है. उन्होंने बताया कि उन्होंने अनुसूचित जाति आयोग को शिकायत भेजकर कहा कि उनके मृतक बेटे के खिलाफ 20 मई को केस दर्ज कर उनकी भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया है. इस कारण उन्हें समाज में मानसिक परेशानी उठानी पड़ी है.
उन्होंने गुहार लगाई है कि इसके लिए जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करके उन्हें इंसाफ दिलवाया जाए. वहीं इस संबंध में जब मीडिया कर्मियों ने गढ़शंकर के एसपी नरिंदर सिंह औजला से संपर्क कर मामले पर पूछे जाने पर उन्होंने इस पर अनभिज्ञता जताई. उन्होंने कहा कि यह मामला संज्ञान में आने पर इसकी जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी.
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