नई दिल्ली : पंजाब के मुख्यमंत्री चरनजीत सिंह चन्नी (Punjab Chief Minister Charanjit Singh Channi) ने कहा कि उन्हें भी पीएम के स्वागत के लिए जाना था लेकिन कोरोना प्रोटोकॉल की वजह से वे नहीं जा सके. इसलिए वित्त मंत्री मनप्रीत बादल (Finance Minister Manpreet Badal) ने बठिंडा में पीएम का स्वागत किया. जबकि डिप्टी सीएम की ड्यूटी लगाई कि फिरोजपुर में पीएम का स्वागत (Duty of Deputy CM to welcome PM in Ferozepur) करें.
चन्नी ने कहा कि कैबिनेट बैठक के दौरान गृह मंत्री का फोन आया. पांच दिनों से केंद्र की एजेंसियां पंजाब में पीएम के कार्यक्रम को लेकर सुरक्षा इंतजाम देख रहे थे. केंद्रीय एजेंसी पूरा जिम्मा संभाल रही थी. रात डेढ़ बजे चीफ सेक्रेटरी का फोन आया. बताया गया कि सीएम ऑफिस से प्रधानमंत्री से मुलाकात कराने की गारंटी मिलने पर ही प्रदर्शनकारी रास्ते से हटेंगे.
रात दो बजे इंटेलिजेंस ब्यूरो के महानिदेशक को फोन किया. उन्हें पूरे मामले की जानकारी दी. सुबह साढ़े छह बजे आईबी महानिदेशक का फोन आया. उन्होंने बताया कि पंजाब पुलिस की मदद से पूरा रास्ता साफ करा लिया गया है. रास्ता रैली में आने वाले लोगों के लिए खुलवाए गए थे.
धरना प्रदर्शन कर रहे किसानों को आश्वासन दिया गया कि उनकी पीएम मोदी से मुलाकात कराई जाएगी. हालांकि कुछ लोग सड़क पर आ गए. उनके काफिले के सामने ट्रॉलियां खड़ी कर दी गईं. हालांकि, पीएम की सुरक्षा में चूक जैसे हालात नहीं थे. लोकतांत्रिक व्यवस्था में लोगों को विरोध का अधिकार होता है. लोग धरना-प्रदर्शन करते हैं.
शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे लोगों से पीएम की जान को खतरा बताया जा रहा है. कोई ऐसी बात नहीं हुई जिसे प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक कहा जाए. उन्होंने कहा कि पीएम से कहा गया कि जिस रास्ते से आप जा रहे हैं, उस पर अचानक प्रदर्शनकारी बैठ गए हैं. चन्नी ने कहा कि पीएम दूसरे मार्ग से जा सकते थे. वे हेलीकॉप्टर से भी जा सकते थे. लेकिन उन्होंने कार्यक्रम रद्द करने का फैसला लिया. हमें इसका खेद है.
चन्नी ने कहा कि भाजपा नेता प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राजनीति करने की कोशिश कर रहे हैं. ऐसा नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन कर रहे हैं, उनकी कुछ मांगें हैं. एक साल से विरोध हो रहा है. मैं उनपर गोली नहीं चलाने वाला. सीएम ने कहा कि पंजाब सरकार की बात मानकर किसानों ने रास्ता साफ कर दिया. उन्होंने कहा कि अगर कोई सिक्योरिटी लैप्स की बात प्रमाणित होती है, तो इसकी जांच होगी.
प्रधानमंत्री के फिरोजपुर दौरे को लेकर पूरा कार्यक्रम तय था. कौन उनके करीब जाएगा, रैली में कौन कहां बैठेगा, यह भी पहले से निर्धारित था. आपात हालात से निपटने के लिए तीन हेलीपैड बनाए गए थे.
पंजाब के मंत्री का बयान