चंडीगढ़/नई दिल्ली:पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शनिवार को पंजाब राज्य पावर निगम लिमटेड (पी. एस. पी. सी. एल.) के 1320 सहायक लाईनमैनों को नियुक्ति पत्र सौंपी. इस दौरान उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने अपने कार्यकाल के पहले साल में 28,362 नौजवानों को सरकारी नौकरियों देकर नया कीर्तिमान बनाया है. टैगोर भवन में आयोजित समारोह के दौरान बड़ी संख्या में उम्मीदवारों से मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन्हें नौकरी मिली है, उनके लिए बहुत अहम जिम्मेदारी लेकर ये वक्त आया है, क्योंकि उन्हें मिशनरी भावना के साथ समाज की सेवा करनी होती है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी उम्मीदवारों का चयन पूरी तरह मेरिट और पारदर्शिता के आधार पर हुआ है और यह नौकरी इनलोगों को उनकी मेहनत के आधार पर मिली है. भगवंत मान ने पंजाब सरकार की तरफ से नौजवानों को परिवार का हिस्सा बनने पर स्वागत किया और उम्मीद जताई कि वह अपनी ड्यूटी ईमानदारी और समर्पण के साथ निभाएंगे. इस मौके पर उन्होंने कहा कि सफलता के लिए कोई शॉर्ट कट नहीं होता और सिरफ कड़ी मेहनत से ही आम व्यक्ति अपने सपने पूरे कर सकता है. उन्होंने कहा कि यह नौकरी उनकी आखिरी मंजिल नहीं है, क्योंकि उनके जीवन में अभी बहुत पड़ाव आने हैं, जिसे उन्हें पार करना है. भगवंत मान ने कहा कि नए चुने गए उम्मीदवारों को अपनी मेहनत जारी रखनी चाहिए और सफलता किसी न किसी रूप में उनके हाथ ज़रूर आयेगी.
मान ने उम्मीदवारों को नकारात्मक सोच रखने वाले लोगों की संगत से दूर रहने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि ये चीजें राज्य की तरक्की में रुकावट बनते हैं. उन्होंने कहा कि पंजाब निवासियों ने ‘आप’ की सरकार बना कर राज्य की राजनीति में नया बदलाव किया है. उन्होंने कहा कि जो लोग सत्ता में होते हुए महलों में से बाहर नहीं निकले थे, उनको राज्य के राजनैतिक नक्शे से बाहर कर दिया गया है. बिजली किसी भी राज्य के विकास के लिए सबसे महत्वपूर्ण होती है, इसलिए पी. एस. पी. सी. एल. सही मायनों में पंजाब की रीढ़ की हड्डी है.
उन्होंने कहा कि खेती प्रधान राज्य होने के कारण बिजली सप्लाई को पूरा करना किसी भी सरकार के लिए चुनौती है. भगवंत मान ने कहा कि यह बड़े सम्मान की बात है कि सरकार के अथक प्रयास के कारण लंबे कट लगने के दिन खत्म हो गए, क्योंकि पंजाब अतिरिक्त बिजली बनने की तरफ बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार की कोशिश के कारण ही राज्य में बिजली उत्पादन में 83 प्रतिशत की तेजी आई है. मान ने कहा कि पछवाड़ा कोयला खाने से बिजली उत्पादन के लिए इसकी सप्लाई कई सालों बाद शुरू हुई है. उन्होंने कहा कि अब तक इस कोयला खाने से 5 लाख मीट्रिक टन कोयला प्राप्त किया जा चुका है और इसने बिजली सप्लाई बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई है.