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पंजाब कांग्रेस संकट : उलझती ही जा रही है कैप्टन-सिद्धू की गुत्थी

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Published : Jul 18, 2021, 11:43 AM IST

Updated : Jul 18, 2021, 5:46 PM IST

पंजाब कांग्रेस का विवाद जारी है. मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और वरिष्ठ नेता नवजोत सिंह सिद्धू के बीच सुलह का रास्ता नहीं निकल पा रहा है. पंजाब कांग्रेस के सभी सांसद दिल्ली में हैं. प्रताप सिंह बाजवा के घर पर सभी सांसदों ने बैठक की है. बाजवा को कैप्टन का विरोधी माना जाता है. हालांकि, इस बैठक के बारे में जब सांसद मनीष तिवारी से पूछा गया, तो उन्होंने इसे पार्टी का आंतरिक मामला बताया.

Punjab Congress
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नई दिल्ली : पंजाब कांग्रेस इकाई के भीतर घमासान खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. इस बीच पंजाब कांग्रेस के सभी सांसद दिल्ली पहुंचे हैं. उन्होंने सांसद प्रताप सिंह बाजवा के घर पर बैठक की.

बैठक के बाद कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने संवाददाताओं से कहा कि हमने पंजाब में चल रहे किसानों के विरोध और टीकों के आवंटन पर विस्तृत चर्चा की. हम सदन में 'काम रोको प्रस्ताव' पेश करेंगे. हमने पंजाब के मुद्दों को ध्यान में रखते हुए आगामी संसद सत्र की रणनीति पर भी चर्चा की है.

मुख्यमंत्री के आलोचक रहे बाजवा ने अमरिंदर सिंह से उनके आवास पर मुलाकात की. यह मुलाकात ऐसे समय में हुई है जब सिद्धू ने पंजाब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ और मुख्यमंत्री के वफादारों सहित कई अन्य विधायकों के साथ बैठकें कीं.

दिल्ली पहुंचे कांग्रेस सांसद बाजवा ने कहा कि हमने पंजाब के सभी (कांग्रेस) सांसदों को किसानों के मुद्दे पर रणनीति बनाने और कांग्रेस पार्टी से जुड़े कुछ मुद्दों पर चर्चा करने के लिए बैठक के लिए आमंत्रित किया है.

मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार ने एक साथ बैठे नेताओं की तस्वीर साझा करते हुए ट्वीट किया, 'पंजाब विधानसभा अध्यक्ष राणा के पी सिंह, और राज्यसभा सांसद प्रताप सिंह बाजवा ओर कैबिनेट मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढी ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से उनके आवास पर मुलाकात की.'

राज्यसभा सांसद बाजवा के अलावा पंजाब विधानसभा अध्यक्ष राणा केपी सिंह और खेल मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढी ने भी मुख्यमंत्री से मुलाकात की.

कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने शनिवार को करीब 30 मौजूदा विधायकों और मंत्रियों से मुलाकात की थी. इससे पहले दिन में उन्होंने पंचकूला में मौजूदा कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सुनील जाखड़ से भी मुलाकात की थी. मंत्री-विधायकों के साथ लंच करते सिद्धू की तस्वीरें भी सामने आई हैं.

कयास लगाए जा रहे हैं कि सिद्धू को जल्द ही पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष घोषित किया जा सकता है. क्योंकि सिद्धू दो दिन से काफी सक्रिय हैं और पार्टी नेताओं व विधायकों से मिल रहे हैं. रविवार को सिद्धू ने पटियाला में कांग्रेस विधायक मदनलाल के आवास पहुंचे. यहां सिद्धू ने राज्य मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा और मदनलाल सहित पार्टी के छह विधायकों के साथ मुलाकात की.

कैप्टन के समर्थन में विधायकों का पत्र
वहीं, पंजाब कांग्रेस के 10 विधायकों ने पंजाब सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के समर्थन में पार्टी आलाकमान का पत्र लिखा है और आग्रह किया कि सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह को निराश न करें, जिनके अथक प्रयासों से पार्टी पंजाब में अच्छी तरह से स्थापित हुई है.

कैप्टन का नया दांव
वहीं, सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी शनिवार को सिसवां स्थित फार्म हाउस पर कांग्रेस सांसद प्रताप सिंह बाजवा, विधानसभा अध्यक्ष राणा केपी और कैबिनेट मंत्री राणा गुरमीत सोढ़ी को डिनर पार्टी पर बुलाया था. जिसके बाद इन सभी नेताओं ने सिद्धू पर किसी तरह का फैसला लेने से पहले सोनिया गांधी से मिलने का वक्त मांगा है.

सूत्रों के मुताबिक, इन नेताओं ने सिद्धू को पार्टी प्रदेश अध्यक्ष के रूप में स्वीकार करने से इनकार कर दिया है.

कहा जा रहा है कि इसके कारण कांग्रेस आलाकमान ने नवजोत सिद्धू को पंजाब कांग्रेस का अध्‍यक्ष बनाने की घोषणा को टाल दिया है. सोनिया गांधी चाहती हैं कि सिद्धू को पंजाब कांग्रेस का अध्‍यक्ष घोषित करने के पहले सीएम अमरिंदर सिंह को इसके लिए राजी कर लिया जाए.

सिद्धू के खिलाफ हैं अमरिंदर-बाजवा !
पंजाब सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह और प्रताप सिंह बाजवा की मुलाकात के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं. क्योंकि प्रताप बाजवा बीते चार सालों के दौरान सीएम अमरिंदर के कामकाज पर लगातार उंगली उठाते रहे हैं. लेकिन ऐसी खबरें हैं कि कैप्टन अमरिंदर चाहते हैं कि सिद्धू के बजाय बाजवा को पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया जाए.

Last Updated : Jul 18, 2021, 5:46 PM IST

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