नई दिल्ली : खेलो के महाकुंभ टोक्यो ओलंपिक में ब्रॉन्ज पदक जीतने वाली भारतीय पुरुष हॉकी टीम के लिए मध्य प्रदेश और पंजाब सरकार ने खास ऐलान किया है. उन्होंने टीम में शामिल राज्य के प्रत्येक खिलाड़ी को एक-एक करोड़ रुपये का नकद पुरस्कार देने की गुरुवार को घोषणा की.
पंजाब के खेल मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी ने भारत के ब्रॉन्ज मेडल के प्ले आफ में जर्मनी को 5-4 से हराने के बाद यह घोषणा की. वहीं, मध्य प्रदेश सरकार ने भी ऐसा ही ऐलान कर दिया.
सोढ़ी ने ट्वीट कर कहा कि भारतीय हॉकी के लिए मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि टीम में शामिल पंजाब के प्रत्येक खिलाड़ी को एक-एक करोड़ रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाएगा. हम आपकी वापसी का इंतजार करेंगे और ओलंपिक में पदक का जश्न मनाएंगे. कप्तान मनप्रीत सिंह सहित पंजाब के आठ खिलाड़ी भारतीय पुरुष हॉकी टीम के सदस्य हैं। पंजाब के अन्य खिलाड़ी हरमनप्रीत सिंह, रूपिंदर पाल सिंह, हार्दिक सिंह, शमशेर सिंह, दिलप्रीत सिंह, गुरजंत सिंह और मनदीप सिंह हैं.
मध्य प्रदेश के सीएम ने ट्वीट कर किया ऐलान
टोक्यो 2020 में कांस्य पदक जीतने के बाद टीम का हिस्सा रहे इटारसी के लाल विवेक सागर टीम और नीलकांता शर्मा को सीएम शिवराज सिंह चौहान ने एक-एक करोड़ रुपये की सम्मान निधि देने का ऐलान किया. विवेक सागर प्रसाद और नीलकंठ शर्मा उस भारतीय पुरुष हॉकी टीम के सदस्य हैं, जिसने गुरुवार को टोक्यो ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीती है. चौहान ने कहा कि मध्य प्रदेश में प्रशिक्षित हॉकी खिलाड़ी विवेक सागर प्रसाद और नीलकंठ को टोक्यो ओलंपिक में उनके प्रदर्शन के लिए एक-एक करोड़ रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा.
कौन है विवेक सागर
इटारसी के छोटे से गांव चांदौन में रहने वाले भारतीय हॉकी खिलाड़ी विवेक सागर को अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ ने साल के सर्वश्रेष्ठ उभरते हुए खिलाड़ी का अवॉर्ड दिया जिसके बाद हॉकी इंडिया ने भी उनको सम्मानित किया.विवेक सागर प्रसाद को तीसरे हॉकी इंडिया वार्षिक पुरस्कार 2019 में 8 मार्च को दिल्ली में हुए समारोह में सम्मानित किया गया.
विवेक सागर प्रसाद को 2019 का एफआईएच का साल का उभरता हुआ पुरुष खिलाड़ी बनने के लिए सम्मानित किया गया था. इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद खेल एवं युवा मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने विवेक सागर को सम्मानित किया.
विवेक सागर प्रसाद को साल का सर्वश्रेष्ठ उभरता हुआ पुरुष खिलाड़ी (अंडर 21) के जुगराज सिंह पुरस्कार के लिए चुना गया था. विवेक को 10 लाख रुपए की इनामी राशि और ट्रॉफी मिली.विवेक ने अपनी सफलता की इबारत महज तीन सालों में लिखी है. उन्होंने जनवरी 2018 में चार देशों के आमंत्रण टूर्नामेंट में डेब्यू किया था तब वो मात्र 17 साल की उम्र में भारत की राष्ट्रीय टीम का प्रतिनिधित्व करने वाले दूसरे सबसे युवा खिलाड़ी बने थे. न्यूजीलैंड़ के शहर तौरंगा में खेले गए इस मैच में दो रिकॉर्ड बने थे. पदार्पण मैच में जापान पर 6-0 की जीत में विवेक ने दो गोल दागे थे.
वो संदीप सिंह के बाद भारतीय राष्ट्रीय टीम से खेलने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बने. संदीप सिंह ने 17 साल 341 दिन की आयु में खेला,जबकि विवेक सागर ने 17 वर्ष 352 दिन में. अभी तक 58 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 15 गोल मारने वाले मिडफील्डर विवेक भारतीय टीम के सबसे भरोसेमंद खिलाड़ी बन रहे हैं.जूनियर स्तर पर विवेक ने 20 मैचों में 26 गोल मारे हैं. उन्होंने ब्रेड़ा चैंपियंस ट्रॉफी जून 2018 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फाइनल में गोल मारा था.