नई दिल्ली: पंजाब के कृषि मंत्री रणदीप सिंह नाभा का दावा है कि सिंघु बॉर्डर लिंचिंग का आरोपी निहंग सिख नहीं था और यह घटना लखीमपुर खीरी हिंसा से ध्यान हटाने की कोशिश थी.
उन्होंने कहा, 'केंद्र सरकार जिस तरह लखीमपुर खीरी के मामले को दबाने की कोशिश कर रही थी, यह घटना भी वहां से ध्यान हटाने के लिए की गई है. मैं पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूं कि वह निहंग सिख नहीं थे. निहंग जल्द बयान जारी करें कि वह उनके समुदाय से नहीं है.'
केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के साथ निहंग बाबा अमन सिंह, जो ओंटारियो में एक सिख समूह के प्रमुख हैं, की तस्वीरें सामने आने को लेकर भी उन्होंने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने इसे 'दुर्भाग्यपूर्ण' बताया.
रणदीप सिंह नाभा ने कहा, 'यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि देश आलोचना और नकारात्मक राजनीति की ओर बढ़ रहा है. हम सभी इस देश के समान रूप से जिम्मेदार नागरिक हैं. यदि हम देश में कहीं भी किसी बुरे तत्व को बढ़ावा देते हैं, तो इसका परिणाम देश के नागरिकों को भुगतना पड़ता है. यह छवि जिसकी हमें दुनिया भर में रक्षा करनी है, अपने देश को विकसित और आर्थिक रूप से स्थिर बनाने के लिए, हमें इस तरह की घटनाओं से बचना चाहिए.'