कोलकाता : पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव(West Bengal Assembly Elections) के पांचवें चरण में 6 जिलों की 45 सीटों पर 17 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे. इस चरण में उत्तरी 24 परगना की 16 सीट, दार्जिलिंग की सभी 5 सीटों पर, नादिया की 8 सीटों पर, पूर्वी बर्धमान की 8 सीटों पर, जलपाईगुड़ी की सभी 7 सीटों पर और कैलिमपोंग की 1 सीट पर वोटिंग होगी.
बंगाल चुनाव हम सभी की एक प्रकार से परीक्षा है. भाजपा और गोरखा की एकता को तोड़ने का घिनौना प्रयास TMC और दीदी ने किया है. दीदी और TMC को मुंहतोड़ जवाब देना है. उनको समझाना है कि ऐसे जुल्म करके आप हमें तोड़ नहीं सकती.
दार्जिलिंग में NRC पर अमित शाह ने कहा कि अभी प्लान नहीं, अगर आया भी तो गोरखा लोगों को दिक्कत नहीं होगी.
अमित शाह ने कहा कि सरकार बनाने के बाद, हम दार्जिलिंग नगर पालिका को दार्जिलिंग नगर निगम में बदल देंगे. भाजपा हमारे गोरखा भाइयों के सम्मान के लिए किसी से भी लड़ेगी. हम गोरखा भाषा को आधिकारिक दर्जा देने के लिए काम करेंगे.
चुनावी रैली में अमित शाह ने कहा कि चाय बागान श्रमिकों के साथ बंगाल में बहुत शोषण हुआ. चाय बागानों के मजदूरों का वेतन हम बढ़ाकर 350 रुपये तक ले जाने का हमारा संकल्प है.
अमित शाह ने कहा कि बंगाल को छोड़कर पूरे देश में हर जगह वन अधिकार कानून लागू है. दीदी ने इसका कार्यान्वयन रोक दिया है. हम दार्जिलिंग हिल्स पर वन अधिकार अधिनियम 2006 को लागू करेंगे और आप विनियमन के तहत सभी अधिकारों का आनंद लेंगे.
गृह मंत्री ने कहा कि दार्जिलिंग से मैं कह कर जाता हूं कि बंगाल में भाजपा सरकार बनने के बाद आंदोलन के जितने भी मुकदमें किसी भी गोरखा भाई पर है, सबके सब एक सप्ताह के अंदर वापस लेने का काम भाजपा करेगी.
शाह ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि 11 बचे हुए गोरखा उप-जातियां एसटी का दर्जा चाहती हैं, एक ऐसा मामला जो वर्षों से लंबित है. भाजपा सरकार इसे हल करना चाहती थी, लेकिन ममता जी इस मुद्दे पर किसी भी बैठक में शामिल नहीं हुईं.
अमित शाह ने कहा कि हमारे संविधान में हर समस्या का समाधान है. डबल इंजन वाली बीजेपी सरकार बंगाल में सरकार बनाने के बाद गोरखा समस्या का राजनीतिक समाधान करेगी. आपको विद्रोह नहीं करना पड़ेगा.