बेंगलुरु:कर्नाटक के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने कहा है कि पीएसआई भर्ती रद्द कर दी जाएगी और उम्मीदवारों की फिर से जांच की जाएगी. बेंगलुरु में यह जानकारी देने वाले गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने कहा कि एक से अधिक केंद्र भर्ती में गड़बड़ी में लिप्त हैं. सरकार ने संपूर्ण पीएसआई भर्ती परीक्षा रद्द कर दी है जिसमें 54289 उम्मीदवार परीक्षा में शामिल हुए थे.
आरोपियों को छोड़कर उन्हें जांच का एक और मौका दिया जाएगा. मंत्री ने कहा कि मामले की मुख्य आरोपी दिव्या हागरागी को गिरफ्तार कर लिया गया है. पीएसआई भर्ती घोटाले में मुख्य संदिग्ध दिव्या हागरागी सहित कुल तीन महिलाओं और दो पुरुषों-कालिदास और सुरेश को पुणे में गिरफ्तार किया गया है और सीआईडी पुलिस ने आज हिरासत में ले लिया है.
केस बढ़ने के बाद दिव्या के आवास पर सीआईडी ने छापा मारा लेकिन वह फरार थी. उनके पति राजेश हागरागी को इस आरोप के बाद गिरफ्तार किया गया कि उन्होंने मामले में कुछ आरोपियों को भागने में मदद की थी. CID ने दिव्या को गिरफ्तार करने के लिए टीम गठित की. अब 18 दिन बाद दिव्या को गिरफ्तार किया गया है. दिव्या को कलबुर्गी में ज्ञान ज्योति इंग्लिश मीडियम स्कूल का मालिक बताया जाता है.
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इस मामले में सीआईडी ने 18 से ज्यादा आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पीएसआई के 545 पदों के लिए परीक्षा पिछले साल अक्टूबर में आयोजित की गई थी. परीक्षा के लिए 54041 उम्मीदवार उपस्थित हुए. नतीजे इसी जनवरी में घोषित किए गए थे. बाद में आरोप सामने आए कि वर्णनात्मक लेखन में बहुत खराब प्रदर्शन करने वाले उम्मीदवारों ने पेपर 2 में अधिकतम अंक प्राप्त किए.