नई दिल्ली/पटना/लखनऊ :सेना में भर्ती के लिए 'अग्निपथ' योजना के खिलाफ शनिवार को भी कई राज्यों से प्रदर्शन की घटनाएं सामने आई हैं. यूपी-बिहार में वाहन जला दिए गए. पंजाब में स्टेशन में तोड़फोड़ की गई. चेन्नई में वॉर मेमोरियल के पास युवाओं ने धरना प्रदर्शन किया. बिहार में संगठनों ने केंद्र सरकार को योजना वापस लेने के लिए 72 घंटे का अल्टीमेटम दिया है. इस बंद को राजद व महागठबंधन के साथ ही वीआईपी ने भी अपना समर्थन दिया है. बिहार बंद को देखते हुए प्रशासन ने कई जगहों पर धारा 144 लागू कर दिया है. बावजूद इसके जहानाबाद में एक ट्रक और एक बस को आग लगा दी गई. मसौढ़ी रेलवे स्टेशन में भी आगजनी हुई. यूपी के जौनपुर में भी एक बस को आग के हवाले कर दिया गया.
रेल संपत्ति की सुरक्षा के मद्देनजर लिया गया निर्णय
बिहार में प्रदर्शनकारियों द्वारा लगातार रेलवे को निशाना बनाए जाने के बाद रेलवे ने बड़ा निर्णय लेते हुए पूर्व मध्य रेलवे के क्षेत्राधिकार में सुबह चार बजे से रात के आठ बजे तक ट्रेनों का परिचालन बंद रखने का निर्णय लिया है. सभी ट्रेनें रात के आठ बजे से सुबह चार बजे तक इस क्षेत्र में चलेंगी. पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी वीरेंद्र कुमार ने शनिवार को एक बयान जारी कर कहा कि बिहार राज्य में चल रहे धरना, प्रदर्शन के कारण यात्री सुरक्षा और संरक्षा के मद्देनजर दूसरे क्षेत्रीय रेलों से खुलकर पूर्व मध्य रेल क्षेत्राधिकार से गुजरने या पहुंचने वाली ट्रेनों के परिचालन में अस्थाई तौर पर बदलाव किया गया है. उन्होंने कहा कि यात्रियों एवं रेल संपत्ति की सुरक्षा के मद्देनजर यह निर्णय लिया गया है कि 18 जून से 20 जून तक पूर्व मध्य रेल क्षेत्राधिकार से गुजरने और पहुंचने वाली ट्रेनों का परिचालन रात के आठ बजे से सुबह चार बजे तक किया जाएगा.
जहानाबाद में बस फूंकी, मसौढ़ी स्टेशन में लगाई आग:जहानाबाद में सुबह होते ही युवा सड़क पर उतर आए. जहानाबाद के टेहटा ओपी में खड़ी बस-ट्रक में बिहार बंद समर्थकों ने आग लगा दी. इस दौरान बंद समर्थकों ने पुलिस पर भी पथराव किया. उधर, पटना जिले के मसौढ़ी में उपद्रवियों का तांडव देखने को मिला है. तारेगना रेलवे स्टेशन पर उपद्रवी जीआपी बैरक में घुस गए और पुलिस पर पथराव कर दिया. मसौढ़ी रेलवे स्टेशन पर उपद्रवियों ने आग लगा दी. बेकाबू होते हालात को देखते हुए पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया है. वहीं, इस दौरान गोलीबारी भी हुई है.
यूपी के जौनपुर में बस में लगाई आग :सेना भर्ती का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों ने रोडवेज बस में आग लगा दी. यात्रियों को बस से उतारकर प्रदर्शनकारियों ने तोड़फोड़ करते हुए बस में आग लगाई. चंदौली डिपो की बस लखनऊ से वाराणसी जा रही थी. उपद्रवियों ने यात्रियों के वाहनों में भी तोड़फोड़ की है.
पश्चिम बंगाल में 'पुश अप' कर जताया विरोध :'अग्निपथ' का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में सियालदह-बैरकपुर मार्ग पर रेल पटरियों को अवरुद्ध कर दिया, जिसके चलते ट्रेन सेवाएं करीब एक घंटे तक बाधित रहीं. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने पटरियों पर 'पुश अप' भी किया. पूर्वी रेलवे के एक प्रवक्ता ने बताया कि लगभग 20 प्रदर्शनकारियों ने सुबह करीब 10 बजे एक क्रॉसिंग पर रेल पटरियों को अवरुद्ध कर दिया, जिसके कारण वाहनों की आवाजाही भी प्रभावित हुई. प्रदर्शन में शामिल एक व्यक्ति ने पत्रकारों से कहा, 'हम अपने देश से प्यार करते हैं, कृपया हमारे भविष्य के साथ न खेलें. हम कई वर्षों से सेना में भर्ती होने की तैयारी कर रहे हैं, और अब केंद्र ने अग्निपथ योजना लागू की है. हम इसे तत्काल वापस लेने की मांग करते हैं.' इससे पहले शुक्रवार को करीब 50-60 प्रदर्शनकारियों ने जिले के ठाकुरनगर स्टेशन पर रेलवे पटरी को डेढ़ घंटे तक अवरुद्ध रखा था.
तमिलनाडु में वॉर मेमोरियल के पास प्रदर्शन : सेना भर्ती की अग्निपथ स्कीम को लेकर तमिलनाडु में भी प्रदर्शन हुआ. यहां युवकों ने चेन्नई स्थित वार मेमोरियल के पास धऱना दिया. 300 के करीब युवा वहां पहुंचे, नारेबाजी की. हालांकि बाद में उन्हें मौके से हटा दिया गया. पुलिस ने कई को हिरासत में ले लिया है.
केरल में विरोध प्रदर्शन :सेना में भर्ती के लिए लंबित लिखित परीक्षा जल्द से जल्द कराने की मांग को लेकर तिरुवनंतपुरम और कोझीकोड में विशाल विरोध रैलियां निकालीं. विरोध करने वाले युवाओं में वे लोग शामिल हैं, जिन्होंने अपनी शारीरिक और चिकित्सकीय फिटनेस परीक्षा को पहले ही उत्तीर्ण कर लिया था और सेना की सामान्य प्रवेश परीक्षा (सीईई) की पिछले दो वर्षों से प्रतीक्षा कर रहे हैं. उनमें से कई लोगों ने चिंता व्यक्त की कि अग्निपथ योजना के कार्यान्वयन से सैन्य सेवा में सीधी भर्ती की उनकी संभावना नष्ट हो जाएगी.
सेना में नौकरी पाने के इच्छुक लोग सुबह शहर के मध्य स्थित थंपनूर में एकत्र हुए और उन्होंने राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान के आधिकारिक आवास राजभवन तक रैली निकाली. हाथ में बैनर एवं तख्तियां थामे इन लोगों ने 'हम न्याय चाहते हैं' के नारे लगाएं. पुलिस ने आंदोलनकारी युवाओं को जब राजभवन के पास अवरोधक लगाकर रोक दिया, तो वे सड़क पर बैठ गए और लिखित परीक्षा में अत्यधिक देरी को लेकर अपना विरोध और निराशा व्यक्त करने के लिए उन्होंने 'पुश-अप' व्यायाम किया.