बिलासपुर :अविभाजित मध्यप्रदेश के दौरान भोपाल मध्य प्रदेश की राजधानी थी. लोगों का यहां काफी आना जाना होता था. राजधानी होने के नाते लोग राजनीतिक और शासकीय कार्यों के लिए भोपाल जाते थे. यही वजह है कि उस समय बिलासपुर भोपाल फ्लाइट की मांग की गई थी. इस मांग को 32 साल बाद पूरा किया गया . लेकिन 3 महीने में ही बिलासपुर भोपाल उड़ान भरने वाली फ्लाइट को बंद करने का फैसला लिया (closure of Bilaspur Bhopal air service ) गया. कंपनी ने कहा कि '' बहुत कम संख्या में यात्री मिलने की वजह से नुकसान हो रहा है. फ्लाइट के बंद होने पर जहां बिलासपुर से भोपाल को जोड़ने वाली हवाई सुविधा से लोगों को महरूम होना पड़ेगा, वहीं बिलासपुर एयरपोर्ट के सुविधा विस्तार को लेकर साढ़े 3 साल से धरना आंदोलन कर रहे हवाई जन सुविधा संघर्ष समिति के सदस्य इसे कंपनी की साजिश बता रहे हैं. सदस्यों का कहना है कि दिल्ली, इलाहाबाद, जबलपुर, मुंबई के लिए यात्री मिल रहे हैं तो फिर भोपाल के लिए क्यों नहीं मिलेंगे? फ्लाइट कैंसिल होने की वजह से समिति के सदस्य एक बार फिर इस मामले में भी आंदोलन शुरू कर बिलासपुर भोपाल फ्लाइट दोबारा शुरू करने की मांग करेंगे.''
कब हुआ था उद्घाटन : 3 माह पहले ही बिलासपुर भोपाल के बीच नियमित विमान सेवा शुरू की गई थी. नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने वर्चुअली उद्घाटन किया था. यह फ्लाइट सप्ताह में तीन बार बिलासपुर से भोपाल के लिए उड़ान भरती थी. उद्घाटन के दिन ही फ्लाइट से यात्रा करने वाली यात्रियों से सारी सीट फुल हो गई थी. उद्घाटन के समय इस सौगात से बिलासपुर के लोगो में काफी खुशी थी. वहीं बिलासपुर के जनप्रतिनिधि और आम नागरिकों ने कहा कि इस समय गणेश चतुर्थी, पितर और कई धार्मिक पर्व रहे हैं. पितर में लोग यात्रा नहीं के बराबर करते हैं. इसलिए यात्री कम मिले हैं. किसी भी नई सुविधा में शुरुआत में इस तरह की समस्या आ सकती है. लेकिन उतने जल्दी किसी भी सुविधा को बंद करने का निर्णय लेना सही नही होता.''
सीएम भूपेश ने बोला हमला : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने हवाई सेवा और बंद ट्रेनों को लेकर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष और बिलासपुर सांसद अरुण साव को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा सांसदों से ये सवाल पूछना चाहिए, क्यों ऐसा हो रहा है. फ्लाइट तो बंद नहीं होना चाहिए, दूसरी बात ट्रेन कब शुरू होगी. सांसद किसलिए होते हैं. अरुण साव सत्ताधारी सांसद हैं. उनकी आवाज सुनाई नहीं दे रही है. सौभाग्य कहें या दुर्भाग्य कहें वह प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष भी हैं. वह चुप क्यों हैं? यात्री ट्रेन महीनों से बंद है और हर महीने बंद किए जा रहे हैं. लेकिन बिलासपुर सांसद चुप हैं. राज्य सरकार के खिलाफ बोलने के लिए मुंह खुलता है.''