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प्रॉपर्टी के विवाद में हुई रिटायर आईबी अफसर की हत्या, पड़ोसी का बेटा गिरफ्तार - कर्नाटक अपराध खबर

कर्नाटक के मैसूर में खुफिया ब्यूरो (आईबी) के सेवानिवृत्त अधिकारी की हत्या के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. पुलिस का कहना है कि पड़ोसी के बेटे ने इस हत्या को अंजाम दिया है. उसे गिरफ्तार कर लिया गया है. रिटायर आईबी अफसर ने पड़ोसी के खिलाफ शिकायत की थी, जिस वजह से उसके बेटे ने वारदात को अंजाम दिया.

Retired IB officer murder case
रिटायर आईबी अफसर की हत्या

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Published : Nov 8, 2022, 6:06 PM IST

मैसूर (कर्नाटक) : कर्नाटक के मैसूर में खुफिया ब्यूरो (आईबी) के सेवानिवृत्त अधिकारी की हत्या के मामले में पुलिस ने पड़ोसी के लड़के को गिरफ्तार किया है. पुलिस आयुक्त डॉ. चंद्रगुप्त ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कई लोगों से पूछताछ की गई है. हत्या के पीछे पड़ोसी से विवाद सामने आया है.

4 नवंबर की शाम केंद्रीय खुफिया एजेंसी के सेवानिवृत्त अधिकारी आर एस कुलकर्णी (83) को एक कार ने टक्कर मार दी थी, जब वह मनसा गंगोत्री परिसर में थे. आयुक्त ने बताया कि इस हत्या के पीछे पड़ोसी से विवाद सामने आया है.

घटना के दिन का सीसीटीवी फुटेज

पुलिस आयुक्त डॉ. चंद्रगुप्त ने बताया कि मारे गए सेवानिवृत्त अधिकारी के घर के पड़ोस में नया मकान बना रहे मदप्पा नाम के शख्स से उनका विवाद हुआ था. जिसकी शिकायत कुलकर्णी ने नगर निगम आयुक्त समेत कई लोगों से शिकायत की थी. उनका आरोप था कि पड़ोसी कानून तोड़कर अवैध मकान बना रहे हैं. उन्होंने कोर्ट में केस भी किया था.

इसी के बाद से पड़ोसी सेवानिवृत्त आईबी अधिकारी को परेशान कर रहे थे. आयुक्त ने बताया कि मदप्पा के बेटे मनु (30) ने वारदात को अंजाम दिया. उसने कुलकर्णी को मारने के लिए कार खरीदी. उसने अपने दोस्त वरुण के साथ वह जगह देखी जहां वह रोज टहलने आते थे. आयुक्त ने बताया कि शुक्रवार शाम कार की नंबर प्लेट निकालकर उसने कुलकर्णी को टक्कर मार दी.

पुलिस आयुक्त डॉ. चंद्रगुप्त ने बताया कि मनु एमबीए ग्रेजुएट है,उसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. उसकी मदद करने वाले वरुण को भी हिरासत में लिया गया है और उससे पूछताछ की जा रही है. पुलिस ने कार के पुराने मालिक रघु से भी पूछताछ की है.

कुलकर्णी हावेरी जिले के सावनूर के रहने वाले थे. वह 1963 में आईबी में शामिल हुए थे. उन्होंने आईबी में साढ़े तीन दशक तक विभिन्न भूमिकाओं और पदों पर काम किया था. उन्होंने रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) और अन्य केंद्र सरकार की एजेंसियों में अपनी सेवाएं प्रदान की थीं.

पढ़ें- कर्नाटक के मैसूर में कार की टक्कर से सेवानिवृत्त खुफिया अधिकारी की मौत

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