हैदराबाद :केंद्र सरकार नेआत्मानिर्भर भारत अभियान 1.0 के तहत कई योजनाओं की घोषणा की थी, ताकि कोरोना काल में आर्थिक चुनौतियों से निपटा जा सके. आइए एक नजर डालते हैं इन्हीं योजनाओं पर और जानते हैं कि अब तक इन योजनाओं का काम कहां तक पहुंचा है और इनसे जनता को कितना लाभ हुआ है.
एक राष्ट्र-एक राशन कार्ड अंतरराज्यीय पोर्टेबिलिटी
01 सितंबर, 2020 से राष्ट्रीय पोर्टेबिलिटी के तहत 28 राज्यों / केंद्रशासित प्रदेशों के राशन कार्ड को शामिल किया गया.
अब तक इसमें 68.6 करोड़ लाभार्थियों को शामिल किया गया है. इसके तहत इन लोगों को 28 राज्यों / केंद्रशासित प्रदेशों में से किसी भी राज्य के FPS में से खाद्यान्न ले सकते हैं.
पीएम स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि (पीएम स्वनिधि)
इसके तहत 26.62 लाख ऋण आवेदन प्राप्त हुए, जबकि 13.78 लाख लोगों के लिए ऋण स्वीकृत किया गया. इसके तहत 1373.33 करोड़ रुपये आवंटित किए गए. इसके अलावा प्रवासी श्रमिकों के लिए पोर्टल पर काम शुरू हुआ है.
किसान क्रेडिट कार्ड, PMMSY और इमरजेंसी वर्किंग कैपिटल फंड
किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) के माध्यम से 2.5 करोड़ किसानों को ऋण दिया गया है. इसके तहत अब तक 183.14 लाख आवेदन प्राप्त हुए हैं. बैंकों ने 157.44 लाख पात्र किसानों के लिए KCC जारी किए हैं और दो चरणों में 1,43,262 करोड़ रुपये की की मंजूरी दी है.
प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना (PMMSY)
इसके तहत 21 राज्यों से आए कुल प्रस्तावों के लिए 1681.32 करोड़ रुपये की मंजूरी दी गई है.