देहरादून (उत्तराखंड):उत्तराखंड के देहरादून में शुक्रवार से ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट शुरू हो गया है, जिसका उद्घाटन 8 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया. वहीं आज ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का दूसरा दिन है और कार्यक्रम का समापन केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह करेंगे. कार्यक्रम में शामिल होने के लिए देहरादून पहुंचने पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का जीटीसी हेलीपैड पर स्वागत किया गया. वहीं, कार्यक्रम स्थल पहुंचने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और उत्तराखंड सरकार के अधिकारियों ने उत्तराखंडी टोपी और शॉल ओढ़ाकर केंद्रीय गृहमंत्री का सम्मान किया. बता दें कि, देहरादून के फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट में चल रहे ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में देश-दुनिया के इन्वेस्टर और डेलीगेट्स शामिल हुए हैं. ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में पहले दिन 44 हजार करोड़ से अधिक के एमओयू साइन हुए.
गृहमंत्री अमित शाह का संबोधन: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी ने प्रयोग के तौर पर झारखंड, उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ का निर्माण किया था. वो दुनिया को दिखाना चाहते थे कि छोटे राज्यों का प्रयोग आने वाले समय की मांग है. उनका प्रयोग सफल साबित हुआ. अमित शाह ने कहा कि उत्तराखंड में भ्रष्टाचार मुक्त शासन है, इसलिए यहां निवेश करना सबसे सुरक्षित है.
झारखंड के राज्यसभा सांसद के घर से मिले पैसों पर भी बोले: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि हम एक सांसद के घर से बरामद नोटों के ढेर देखकर आश्चर्यचकित रह गए.
उद्योगपतियों का संबोधन:गौर हो कि उत्तराखंड की धामी सरकार ने प्रदेश में निवेश की नई डेस्टिनेशन के रूप में स्थापित करने के उद्देश्य से ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया है. समिट में देश-विदेश के कई औद्योगिक घराने पहुंचे हुए हैं. समिट के दूसरे दिन के कार्यक्रम की शुरुआत राज्य के मुख्य सचिव एसएस संधू के संबोधन से हुई. उनके बाद एक-एक कर उद्योगपतियों को मंच पर आमंत्रित किया गया. सबसे पहले नेशनल स्टॉक एक्चेंज (NSE) के एमडी आशीष कुमार चौहान ने इंवेस्टर्स समिट और इंवेस्टमेंट को लेकर अपने विचार प्रस्तुत किए. उन्होंने कहा कि आने वाले 2 से 3 सालों में उत्तराखंड की कई कंपनियों को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट किया जाएगा और राज्य के 5000 युवाओं को रोजगार कौशल प्रशिक्षण दिया जाएगा.
उनके बाद मदर डेयरी के एमडी मनीष बंदलिश ने निवेश को लेकर अपना संबोधन दिया. रसना के सीएमडी पिरुज खंबाटा ने भी उत्तराखंड में निवेश को लेकर बात की. पिरुज खंबाटा ने बताया कि रसना इंडिया हिमालयन रोज से शरबत बनाने का काम करेगा और इसकी ग्लोबल मार्केटिंग होगी. इससे न सिर्फ उत्तराखंड में फ्लोरीकल्चर के क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा साथ ही स्थानीय किसानों के लिए समृद्धि के नए अवसर उपलब्ध होंगे.