लखनऊ:उत्तर प्रदेश के लखीमपुर हिंसा मामले में राजनीति गरमा गई है. विपक्षी दलों ने प्रदेश की योगी सरकार पर हमला बोलना शुरू कर दिया है. वहीं, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी देर रात पीड़ित किसानों से मिलने के लिए लखीमपुर रवाना हुईं, लेकिन यूपी पुलिस ने उन्हें सीतापुर के हरगांव में हिरासत में ले लिया. इस पर प्रियंका ने योगी सरकार को आड़े हाथ लिया.
गुस्से में प्रियंका
उत्तर प्रदेश पुलिस ने जब सीतापुर के हरगांव में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को हिरासत में लेने की कोशिश की तो बिफर पड़ीं. उन्होंने प्रदेश की योगी सरकार और उनके अधिकारियों पर हमले बोले. उन्होंने पुलिस पर नाराजगी जताते हुए कहा कि तुम लोग हमें जबरदस्ती ले जा रहे हो. तुम्हारा कोई हक नहीं है. तुम लोग मेरे साथ गलत कर रहे हो. उन्होंने कहा कि मैं सब समझती हूं. प्रदेश में भले ही कानून का कोई राज न हो, लेकिन देश में है. वहीं, उन्होंने कहा कि तुम लोग मेरा अपहरण करोगे. वहीं पुलिस ने जब सफाई देने की कोशिश की तो प्रियंका ने उन्हें चुप करा दिया.
हिरासत में लिए जाने पर प्रियंका का हमला लखीमपुर खीरी के रास्ते से ही सरकार पर बरसीं प्रियंका
लखीमपुर खीरी के रास्ते से ही कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने बीजेपी और सरकार पर निशाना साधा. प्रियंका ने एक वीडियो में आरोप लगाया है कि इस देश में किसानों को जिस तरह से कुचला जा रहा है, उसके लिए कोई लफ्ज ही नहीं है. कई महीनों से किसान आवाज उठा रहा है कि उसके साथ गलत हो रहा है, लेकिन सरकार सुनने को राजी नहीं है. आज जो हुआ, वह दिखाता है कि सरकार किसानों को कुचलने और खत्म करने की राजनीति कर रही है. यह किसानों का देश है. यह बीजेपी की विचारधारा की जागीर नहीं है. प्रियंका गांधी वाड्रा ने आगे कहा, ''मैं अपने घर से निकलकर कोई अपराध करने नहीं जा रही हूं. पीड़ित परिवार से मिलकर उनके आंसू पोंछने जा रही हूं. इसमें क्या गलत कर रही हूं. मैंने जब सीओ को बुलाया तब वह छिप रहे थे. अगर सही काम कर रहे थे, तो छिप क्यों रहे?''
प्रियंका गांधी का ट्वीट
उन्होंने ट्वीट किया, भाजपा देश के किसानों से कितनी नफ़रत करती है? उन्हें जीने का हक नहीं है? यदि वे आवाज उठाएँगे तो उन्हें गोली मार दोगे, गाड़ी चढ़ाकर रौंद दोगे? बहुत हो चुका. ये किसानों का देश है, भाजपा की क्रूर विचारधारा की जागीर नहीं है. किसान सत्याग्रह मजबूत होगा और किसान की आवाज और बुलंद होगी.
क्या है पूरा मामला?
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के गांव में वार्षिक कुश्ती प्रतियोगिता का आयोजन हुआ था. इस कार्यक्रम में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को भी शामिल होना था. इसमें शामिल होने के लिए यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य पहुंचे थे. किसान डिप्टी सीएम का विरोध करने के लिए पहुंचे थे. आरोप है कि इस दौरान कथित तौर पर अजय मिश्रा के समर्थकों की गाड़ी से किसानों की टक्कर हो गई. इस घटना के बाद बवाल हो गया, जिसमें छह किसानों की मौत हो गई. डीएम ने 6 लोगों के मौत की पुष्टि की है. घटना के बाद इलाके में तनावपूर्ण माहौल है. केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे अभय मिश्र मोनू पर किसानों को गाड़ी से कुचलने की कोशिश करने के आरोप लग रहे हैं. कुछ किसान संगठनों ने फायरिंग करने का आरोप भी लगाया.