बुलंदशहर :कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी बुलंदशहर में 'कांग्रेस प्रतिज्ञा सम्मेलन-लक्ष्य 2022' कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मुझे कई लोगों ने कहा कुछ भी करिए इस बार गठबंधन मत करिए.
प्रियंका ने कहा, मैं आप लोगों को आश्वासन देना चाहती हूं हम सारी सीटों पर लड़ेंगे, अपने दम पर लड़ेंगे. बता दें कि यूपी में विधानसभा चुनाव 2022 में कराए जाने हैं.
'कांग्रेस प्रतिज्ञा सम्मेलन-लक्ष्य 2022' कार्यक्रम में प्रियंका गांधी प्रियंका ने कहा कि अगर 40 फीसद टिकट महिलाओं को दिए जाएंगे तो उससे अधिक टिकट हमारे संगठन के लोगों को मिलेंगे. उन्होंने कहा कि हम आपको खड़ा करेंगे. हमारा लक्ष्य कांग्रेस को मजबूत करना है.
बकौल प्रियंका, कांग्रेस अपनी लाठी इसलिए मजबूत करना चाहती है क्योंकि यूपी से महंगाई, अराजकता खत्म कर लोकतंत्र दोबारा स्थापित करना है. उन्होंने कहा कि जनता के अधिकार पहचाने जाने जरूरी हैं, उनकी रक्षा जरूरी है.
'कांग्रेस प्रतिज्ञा सम्मेलन-लक्ष्य 2022' कार्यक्रम में प्रियंका गांधी का संबोधन प्रियंका ने कहा कि निष्ठा और ईमानदारी से सदस्य बनना चाहिए. हर एक पदाधिकारी और कार्यकर्ता कम से कम 10 परिवारों को कांग्रेस जोड़ने का प्रयास करे.
'कांग्रेस प्रतिज्ञा सम्मेलन-लक्ष्य 2022' कार्यक्रम में प्रियंका गांधी यह भी पढ़ें-बसपा सुप्रीमो मायावती से मिलने पहुंचीं प्रियंका गांधी, मां के निधन पर शोक जताया
उन्होंने कहा कि एक कार्यकर्ता कम से कम 25 नई महिलाओं को संगठन से जोड़े. चुनाव बूथों के बल पर ही जीता जा सकता है. प्रियंका ने कहा कि अगर बूथ मजबूत नहीं होंगे, तो कुछ भी कर लिया जाए, चुनाव नहीं जीता जा सकता.
प्रियंका गांधी ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने और पार्टी संबंधित सभी गतिविधियों को विभिन्न सोशल नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म पर पोस्ट करने के लिए कहा.
उन्होंने सत्तारूढ़ भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन के लिए भाजपा को कोई सम्मान नहीं है क्योंकि इसके नेताओं ने देश की आजादी के लिए खून-पसीना नहीं बहाया. उन्होंने कहा कि केवल महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, सरदार वल्लभभाई पटेल और बी आर आंबेडकर जैसे नेताओं ने देश के लिए स्वतंत्रता की कल्पना की थी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने न केवल विकास किया है बल्कि भाईचारे और सद्भाव को भी बढ़ावा दिया है.
ईंधन की बढ़ती कीमतों को लेकर केंद्र की भाजपा नीत सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने 70 साल तक यह सुनिश्चित किया कि पेट्रोल-डीजल की कीमतें 70 रुपये प्रति लीटर से ऊपर न बढ़ें. उन्होंने कहा कि हालांकि, पिछले सात वर्षों में भाजपा सरकार ने इनकी कीमतें 100 रुपये प्रति लीटर से ऊपर जाने दीं.
(एएनआई)