तेजपुर :प्रियंका गांधी वाड्रा सोमवार से उत्तरी असम के जिलों के दौरे पर हैं. उन्हें मंगलवार को प्रतापगढ़ के चाय बागान में बागान के श्रमिकों के साथ बातचीत करते हुए देखा गया. उन्होंने चाय पत्ती तोड़ने के साथ ही एक चाय बागान के मजदूर के घर जाकर परिवार के साथ चाय की चुस्की ली और आराम भी किया. उन्होंने एक चाय बागान की लेबर लाइन में बच्चे को भी खिलाया.
इससे पहले सोमवार को प्रियंका गांधी को लखीमपुर में कुछ युवा लड़कियों के साथ 'झुमूर' नृत्य किया था. उन्होंने कहा कि अगर हमारी सरकार सत्ता में आती है तो हम चाय बागान श्रमिकों की मजदूरी में 365 रुपये प्रतिदिन तक की बढ़ोतरी करेंगे. हम प्रतिबद्धता के साथ कह रहे हैं कि सरकार गठन के 30 दिनों के भीतर यह काम हो जाएगा. मंगलवार को तेजपुर में रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि शोध से पता चला है कि चाय बागानों के लाभ को प्रभावित किए बिना मजदूरी को प्रति दिन 365 रुपये तक बढ़ाया जा सकता है.
5 लाख नौकरियों का वादा
यहां यह उल्लेख किया जा सकता है कि असम में चाय बागान के मजदूर अपनी मजदूरी बढ़ाने की मांग कर रहे हैं. कई आश्वासनों के बावजूद असम में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार ने वादा नहीं पूरा किया. कांग्रेस महासचिव ने आगे कहा कि पार्टी सत्ता में आने पर नागरिकता (संशोधन) अधिनियम को निरस्त कर देगी और 200 यूनिट तक के हर घर को मुफ्त बिजली प्रदान करेंगी. इतना ही नहीं हर महीने हर गृहिणी को 2000 रुपये दिए जाएंगे. उन्होंने आगे कहा कि पार्टी सत्ता में आने के तुरंत बाद सरकारी क्षेत्र में 5 लाख नौकरियां भी पैदा करेगी.
भाजपा ने नहीं निभाए वादे