प्रयागराज:उत्तर प्रदेश के प्रयाग स्टेशन के निकट रेलवे ट्रैक पर जाम लगाने और उपद्रव करने के मामले में पुलिस ने दो नामजद अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है जबकि अनावश्यक बल प्रयोग करने के लिए छह पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है. पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किये गये अभियुक्तों में प्रदीप यादव और मुकेश यादव शामिल हैं जबकि सोशल मीडिया पर कथित तौर पर भड़काऊ टिप्पणी करने वाले राजेश सचान की तलाश जारी है.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय कुमार ने संवाददाताओं को बताया कि इस मामले में एक वीडियो भी वायरल किया गया था जिसमें कुछ पुलिसकर्मी अनावश्यक बल प्रयोग करते हुए दिखाई दे रहे थे. उन्होंने बताया कि इस मामले में मीडिया सेल प्रभारी राकेश भारती, एसआई शैलेन्द्र यादव, एसआई कपिल कुमार चहल, आरक्षी मोहम्मद आरिफ, आरक्षी अच्छे लाल और आरक्षी दुर्वेश कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है.
उन्होंने बताया कि मंगलवार को हुई इस घटना के संबंध में पुलिस ने 1,000 अज्ञात उपद्रवियों के खिलाफ 13 गंभीर धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है. उन्होंने बताया कि प्रयागराज पुलिस किसी भी निर्दोष व्यक्ति पर कार्रवाई नहीं करेगी. इस बीच, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने उन इलाकों का दौरा किया जहां हजारों की संख्या में छात्र रहते हैं. उन्होंने छात्रों को सभी मामलों में निष्पक्ष कार्रवाई का भरोसा दिया और उन्हें कानून अपने हाथ में नहीं लेने की अपील की.
वहीं, इस मामले पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने प्रयागराज में छात्रों के लॉज में पुलिस द्वारा तोड़फोड़ का वीडियो ट्विटर पर साझा किया था और इस घटना की निंदा की थी. उन्होंने प्रशासन पर निशाना साधते हुए इसे दमनकारी कार्रवाई बताया है.
प्रियंका गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि प्रयागराज में पुलिस द्वारा छात्रों के लॉज और हॉस्टलों में जाकर तोड़-फोड़ करना एवं उनको पीटना बेहद निंदनीय है. प्रशासन इस दमनकारी कार्रवाई पर तुरंत रोक लगाए. युवाओं को रोजगार की बात कहने का पूरा हक है और मैं इस लड़ाई में पूरी तरह से उनके साथ हूं.