नई दिल्ली : कर्नाटक सरकार में कैबिनेट मंत्री, प्रियांक खड़गे और भाजपा नेता के बीच एक्स पर एक गरमा-गरम बहस देखने को मिली. प्रियांक खड़गे ने मंगलवार को सनातन धर्म टिप्पणी विवाद पर अपनी बात कही. उन्होंने कहा कि हजारों वर्षों से कई संक्रमण होते रहे हैं और आज भी प्रचलित हैं. जो इंसानों के बीच भेदभाव करते हैं और जिनकी वजह से कुछ लोगों को इंसान होने की गरिमा से वंचित होना पड़ता है. खड़गे का यह बयान तब आया जब भाजपा के राष्ट्रीय सचिव बी.एल. संतोष ने सोमवार को एक्स पर एक पोस्ट में प्रियांक खड़गे के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त की. बीएल संतोष ने लिखा था कि तो अगर किसी के पेट में संक्रमण है, तो आप सिर काट देते हैं..?
बीएल संतोष का पोस्ट खड़गे के उस बयान के जवाब में था जिसमें उन्होंने कहा था कि कोई भी धर्म जो समानता को बढ़ावा नहीं देता है या यह सुनिश्चित नहीं करता है कि आपके पास मानव होने की विशालता है, वह मेरे अनुसार धर्म नहीं है. प्रियांक खड़गे सनातन धर्म पर उदयनिधि स्टालिन की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दे रहे थे.
बी.एल.संतोष की पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए खड़गे ने एक्स पर लिखा कि बहुत खुशी है कि बीएल संतोष इस बात से सहमत हैं कि एक संक्रमण है जिसके उपचार की आवश्यकता है. हजारों वर्षों से कई संक्रमण हैं और आज भी प्रचलित हैं जो मनुष्यों के बीच भेदभाव करते हैं.
उन्होंने कहा कि मैं आपके जितना बुद्धिमान नहीं हूं, लेकिन कृपया मुझे बताएं समाज में ये नियम किसने बनाए? किसी को दूसरे से अधिक नेक क्या बनाता है? किसने हमें जाति के आधार पर विभाजित किया? कुछ लोग अछूत क्यों हैं? अब भी कुछ लोगों को मंदिरों में प्रवेश करने पर प्रतिबंध क्यों है. महिलाओं की निम्न स्थिति को सुनिश्चित करने वाली प्रथाओं का, जाति आधारित सामाजिक संरचना जो असमान और दमनकारी है इसे किसने शामिल किया?