अहमदाबाद :प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मां हीराबेन का शुक्रवार को तड़के यहां एक अस्पताल में निधन हो गया. वह 99 वर्ष की थीं. हीराबेन को स्वास्थ्य संबंधी कुछ परेशानियों के चलते बुधवार को सुबह अहमदाबाद के 'यू एन मेहता इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी एंड रिसर्च सेंटर' में भर्ती कराया गया था. अस्पताल की ओर से जारी एक बुलेटिन में हीराबेन के निधन की जानकारी साझा की गई. अस्पताल ने अपने बुलेटिन में बताया कि हीराबेन मोदी का यू एन मेहता हार्ट हॉस्पिटल में इलाज के दौरान 30 दिसंबर 2022 को तड़के करीब साढ़े तीन बजे निधन हो गया.
हीराबेन के परिवार में उनके पांच बेटे - प्रधानमंत्री मोदी और उनके भाई सोमाभाई, अमृतभाई, प्रह्लादभाई और पंकजभाई - और बेटी वसंतीबेन हैं. उनका अंतिम संस्कार प्रधानमंत्री मोदी, उनके भाइयों और परिवार के अन्य सदस्यों की उपस्थिति में गांधीनगर के एक श्मशान घाट में सुबह करीब 9.30 बजे किया गया. हीराबेन का तड़के निधन होने के बाद प्रधानमंत्री गांधीनगर के बाहरी इलाके रायसन गांव में अपने भाई पंकज मोदी के आवास पर पहुंचे, जहां उनकी मां के पार्थिव शरीर को रखा गया था.
प्रधानमंत्री मोदी सुबह यहां हवाई अड्डे पर पहुंचे और वहां से सीधे अपने छोटे भाई के घर चले गए. उन्होंने अपनी मां के पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित किए और उनके चरण स्पर्श करके भावभीनी श्रद्धांजलि दी. बाद में, प्रधानमंत्री मोदी और उनके भाई अपनी मां के पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए एक वैन से श्मशान घाट ले गए. इससे पूर्व कुछ दूरी तक उन्होंने उनकी अर्थी को कंधा दिया. हीराबेन का अंतिम संसकार गांधीनगर के सेक्टर 30 स्थित श्मशान घाट पर किया गया.
इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी मां को श्रद्धांजलि देते हुए ट्वीट किया कि शानदार शताब्दी का ईश्वर चरणों में विराम... मां में मैंने हमेशा उस त्रिमूर्ति की अनुभूति की है, जिसमें एक तपस्वी की यात्रा, निष्काम कर्मयोगी का प्रतीक और मूल्यों के प्रति प्रतिबद्ध जीवन समाहित रहा है.
उन्होंने ट्वीट किया कि मैं जब उनसे 100वें जन्मदिन पर मिला तो उन्होंने एक बात कही थी, जो हमेशा याद रहती है कि काम करो बुद्धि से और जीवन जियो शुद्धि से. मां के बीमार होने की खबर मिलने के बाद प्रधानमंत्री मोदी बुधवार को दोपहर में दिल्ली से अहमदाबाद पहुंचे थे और यहां अस्पताल में अपनी मां से मुलाकात की थी. वह एक घंटे से अधिक समय तक अस्पताल में रुके थे. उन्होंने सिविल अस्पताल के परिसर में स्थित सरकार द्वारा वित्तपोषित स्वायत्त चिकित्सा सुविधा में चिकित्सकों से मां के स्वास्थ्य को लेकर बात भी की थी.
चिकित्सकों ने मोदी को बताया था कि उनकी मां की हालत स्थिर है, जिसके बाद मोदी दिल्ली रवाना हो गए थे. हीराबेन गांधीनगर शहर के पास रायसन गांव में प्रधानमंत्री मोदी के छोटे भाई पंकज मोदी के साथ रहती थीं. उन्हें हीरा बा भी कहा जाता था. प्रधानमंत्री जब भी गुजरात दौरे पर होते थे, तो अक्सर रायसन जाकर अपनी मां से जरूर मिलते थे.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीराबेन मोदी के निधन पर शोक व्यक्त किया है. उन्होंने ट्वीट किया कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की मां हीराबा का सौ वर्षों का संघर्षपूर्ण जीवन भारतीय आदर्शों का प्रतीक है. श्री मोदी ने '#मातृदेवोभव' की भावना और हीराबा के मूल्यों को अपने जीवन में ढाला. मैं पुण्यात्मा की शांति के लिए प्रार्थना करती हूं. परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं!
वहीं, हीरा बेन के निधन की खबर मिलते ही श्रदांजलि देने का तांता शुरू हो गया है. गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने ट्वीट किया कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्रभाई मोदी की माता पूज्य हीराबा के निधन से गहरा दुख हुआ. पूज्य हीराबा उदारता, सादगी, परिश्रम और जीवन के उच्च मूल्यों की प्रतिमान थीं. मैं प्रार्थना करता हूं कि भगवान उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें. ऊं शांति.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट किया कि प्रधानमंत्री श्री @narendramodi की माताश्री, हीरा बा के निधन से मुझे गहरी वेदना हुई है. एक मां का निधन किसी भी व्यक्ति के जीवन में ऐसी शून्यता लाता है, जिसकी भरपाई असंभव है. दुख की इस घड़ी में प्रधानमंत्रीजी और उनके पूरे परिवार के प्रति मैं अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं. ऊं शांति!