नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने पाकिस्तानी समकक्ष शहबाज शरीफ को पत्र लिखकर आतंक और हिंसा मुक्त वातावरण की उम्मीद जतायी है, जिससे दोनों देश अपना ध्यान राष्ट्र के विकास पर केंद्रित कर सकें. वहीं, पत्र के जवाब में पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भी कहा कि पाक, भारत के साथ शांतिपूर्ण संबंध चाहता है, लेकिन जम्मू-कश्मीर समेत अन्य विवादों का शांतिपूर्ण समाधान भी जरूरी है.
उल्लेखनीय है कि 11 अप्रैल को शहबाज के प्रधानमंत्री चुने जाने के बाद पीएम मोदी ने पत्र के जरिये बधाई दी थी. प्रधानमंत्री मोदी ने अपने पत्र में दोहराया कि भारत पाकिस्तान के साथ सकारात्मक संबंध चाहता है. राष्ट्र में शांति, सुरक्षा और समृद्धि को आगे बढ़ाने के लिए वह प्रतिबद्ध है. पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए, पीएम मोदी ने कहा, 'मैं यह भी बताना चाहूंगा कि भारत शांति, सुरक्षा और समृद्धि को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है. हमें अपने लोगों के विकास और प्रगति पर अपना ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है.'
इस बीच, पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने 16 अप्रैल को पीएम मोदी के पत्र का जवाब दिया था. अपने पत्र में, पीएम शरीफ ने भारत और पाकिस्तान के बीच शांतिपूर्ण और सहकारी संबंधों का आह्वान किया, लेकिन कश्मीर मुद्दे को उठाने का कोई मौका भी नहीं छोड़ा. इस पर पाकिस्तान में भारत के पूर्व उच्चायुक्त जी पार्थसारथी ने कहा कि इस्लामाबाद अब खुद को अलग-थलग महसूस करने लगा है.
ईटीवी भारत से बात करते हुए पार्थसारथी ने कहा कि रूसी आर्थिक रूप से गंभीर स्थिति का सामना कर रहा है और अब पाकिस्तान को सहायता देने की स्थिति में नहीं हैं. वहीं, पाकिस्तान अफगान सीमा पर समस्याओं का सामना कर रहा है. इसलिए, भारत की सीमा पर अब स्थिति स्थिर है और आगे की स्थिति का अनुमान लगाया जा सकता है. पाकिस्तान के पूर्व उच्चायुक्त के रूप में अपने अनुभव को याद करते हुए, पार्थसारथी ने कहा कि वह पीएम शरीफ को व्यक्तिगत रूप से जानते हैं, जबकि उस समय शरीफ को आर्थिक विकास, भारत में आईटी उद्योग में दिलचस्पी थी.