लखनऊ : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार की शाम को राजधानी लखनऊ पहुंचे और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवास पर उनके मंत्रिमंडल के सहयोगियों से मिले. इस दौरान प्रधानमंत्री ने मंत्रियों के सुझाव सुने और उन्हें सुशासन का पाठ भी पढ़ाया. उन्होंने मंत्रियों से कहा कि आपको ज्यादा से ज्यादा जनता के बीच में रहना चाहिए. उन्होंने कहा कि लोगों की हर संभव मदद करनी चाहिए. यही जीत का मंत्र भी है. बाद में रात्रि भोज के दौरान भी प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और अन्य मंत्रियों में अनौपचारिक वार्तालाप हुई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्यमंत्री आवास में योगी सरकार के मंत्रियों के संवाद और डिनर के बाद दिल्ली के लिए रवाना हो गए.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लगभग साढ़े तीन घंटे तक सीएम आवास में रहकर मंत्रियों के साथ सुशासन और विकास के मुद्दे पर चर्चा की. मोदी ने सभी मंत्रियों से एक-एक कर उनके विभाग और भविष्य की योजनाओं के बारे में चर्चा की. मंत्रियों से उनके सुझाव सुनने के बाद पीएम मोदी ने मंत्रिमंडल के सभी सदस्यों को सरकार के कामकाज में पूरी पारदर्शिता लाने और संगठन से बेहतर समन्वय का मूल मंत्र दिया. पीएम ने मंत्रियों के साथ रात्रिभोज भी किया.
प्रधानमंत्री ने मंत्रियों से कहा कि कहा कि ऐसा आचरण हो, जिससे कोई सवाल न उठा पाए. बेहतर रिज़ल्ट देने हैं. सरकार की योजनाओं का लाभ निचले स्तर तक पहुंचे, शासन के कामकाज में पारदर्शिता जरूरी है. जनप्रतिनिधियों के प्रति जनता में विश्वास बढ़े ऐसा काम करें और उसी अनुरूप आचरण करें.
पीएम मोदी ने गुड गवर्नेंस और ईज ऑफ लिविंग की मूल मंत्र के साथ बातचीत पर फोकस किया. उन्होंने मंत्रियों को संगठन के साथ बेहतर समन्वय के साथ काम करने और जनता से लगातार संपर्क और संवाद करते हुए उनकी आकांक्षाओं पर खरा उतरने की बात पर भी जोर दिया. पीएम ने योगी सरकार में कानून व्यवस्था की स्थिति की सराहना करते हुए बड़े माफिया के खिलाफ बुलडोजर की कार्रवाई की सराहना की.
प्रधानमंत्री ने 2024 के मद्देनज़र मंत्रियों को जनता से जुड़ने और उन्हें सरकारी योजनाओं के बेहतर क्रियान्वन के लिए प्रेरित किया. उन्होंने कहा कि हमें दीनदयाल के अंत्योदय के लक्ष्य को हरहाल में पूरा करना है, तभी गुड़ गवर्नेंस होगी. प्रधानमंत्री ने मंत्रियों से विभागों में भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने पर भी बात की और कहा भ्रष्टाचार पर लगाम जरूरी है. जनता से जुड़ी फाइलों को तत्काल निस्तारित किया जाए. उन्होंने सिंगल विंडो सिस्टम पर जोर दिया.
प्रधानमंत्री ने जिलों में तैनात मंत्री समूह की रिपोर्ट के बारे में भी चर्चा की. जिलों के मंडल प्रभारी और मंत्री समूह के जिले के दौरे का फीडबैक लिया और पूछा कि जिलों की क्या रिपोर्ट है? वहां अफसर और अधिकारी कैसे काम कर रहे हैं? कार्यकर्ताओं की बात सुनी जा रही है या नहीं? उन्होंने सरकार और संगठन में बेहतर समन्वय, कार्यकर्ताओं की बात पर ध्यान देने और उनसे क्षेत्र के बारे फीडबैक लेते रहने पर जोर दिया.