जगदलपुर:केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बस्तर दौरे से सीआरपीएफ के साथ ही यहां के लोग भी उत्साहित हैं. अमित शाह यहां सीआरपीएफ जवानों के साथ नक्सल ऑपरेशन को लेकर अहम बैठक करेंगे और नक्सलियों के खिलाफ रणनीति बनाएंगे. सीआरपीएफ छत्तीसगढ़ के बस्तर के अलावा दूसरे राज्यों में भी तैनात है. सीआरपीएफ के छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाकों में 17 और देशभर में कुल 53 फॉरवर्ड ऑपरेटिंग बेस (एफओबी) हैं.
"नक्सली प्रभाव हटाकर शांति लाएंगे":सीआरपीएफ महानिदेशक सुजॉय लाल थाउसेन के मुताबिक ''सीआरपीएफ की तैनाती के बाद बस्तर में नक्सल घटनाएं कम हुई है. जब से यहां पर हम तैनात हैं, लगातार हम ऑपरेशन कर रहे हैं. ऑपरेशंस करने के कारण ही हम इतने सारे एफओबी कैंप्स बना पाए हैं, रोड बने हैं, स्कूल खुले हैं. विकास कार्यों में तेजी आई है. स्कूल शुरू होने से बच्चों की शिक्षा का स्तर सुधर रहा है. नक्सल भय से बंद बाजार अब खुल रहे हैं. आज बस्तर में जो शांति कायम हुई है, वह सीआरपीएफ के कारण ही है."
गलतियों से सीखकर आगे बढ़ रहा सीआरपीएफ:सुजॉय लाल थाउसेन ने बताया कि ''जहां तक ऑपरेशंस की बात है, ऑपरेशंस जो है सबके साथ मिलकर कर रहे हैं, विशेषकर स्टेट पुलिस के साथ मिलकर कर रहे हैं. इंडिपेंडेंट ऑपरेशंस भी किये जाते हैं, लेकिन अधिकतर ऑपरेशंस साथ मिलकर करते हैं. एक दशक के पहले यहां पर सीआरपीएफ की तैनाती हुई है. उस समय हमारे पास में जो व्यवस्था आज है, वह पहले नहीं थी. यहां आने के पहले जो ट्रेनिंग की आवश्यकता है, हथियार चलाने के लिए, इंटेलिजेंस कलेक्शन के लिए, कौन से रास्ते से जाना चाहिए, कौन से रास्ते से नहीं जाना चाहिए, पैदल चलने में सावधानी बरतना, पूरे समय अलर्ट रहना, बहुत सारी चीजों में लगातार सुधार हो रहा है"
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