नई दिल्ली : विपक्षी दलों के नेताओं ने सोमवार को कहा कि राष्ट्रपति चुनाव में दो व्यक्तियों के बीच मुकाबला नहीं है, बल्कि यह दो अलग-अलग विचारधाराओं की लड़ाई है. राष्ट्रपति पद के लिए आगामी 18 जुलाई को होने जा रहे चुनाव में पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा विपक्ष के साझा उम्मीदवार हैं जिनका मुकाबला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू से है.
सिन्हा की ओर से नामांकन दाखिल किए जाने के बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि यह दो विचारधाराओं के बीच की लड़ाई है, 'एक तरफ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की नफरत है और दूसरी तरफ सभी विपक्षी दलों की भाईचारा की विचारधारा है.' उन्होंने कहा, 'हम सभी मिलकर यशवंत सिन्हा जी का समर्थन कर रहे हैं. निश्चित तौर पर हम एक व्यक्ति का समर्थन कर रहे हैं, लेकिन असल लड़ाई दो विचारधारा की है. एक ओर गुस्सा, नफरत की विचारधारा है और दूसरी तरफ विपक्षी दलों की विचारधारा है जो भाईचारा वाली है.' उनका यह भी कहना था कि समूचा विपक्ष सिन्हा के साथ खड़ा है.
कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि '17 से अधिक पार्टियां हमारा समर्थन कर रही हैं. भारतीय लोकतंत्र को बचाने के लिए और अपने संविधान की रक्षा के लिए हम सभी को भाजपा के खिलाफ अपनी लड़ाई में एकजुट होना चाहिए. हम सभी यशवंत सिन्हा के पक्ष में हैं.'तृणमूल कांग्रेस के सौगत रॉय ने कहा, 'यह दो व्यक्तियों के बीच का मुकाबला नहीं है, बल्कि यह विचारधारा की लड़ाई है. यह सांप्रदायिकता बनाम धर्मनिरपेक्षता की लड़ाई है. मुझे लगता है कि यशवंत सिन्हा बेहतरीन उम्मीदवार हैं.'