हरिद्वार:राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में शामिल होने के लिए पतंजलि पहुंच चुके हैं. कुछ ही देर में दीक्षांत समारोह शुरू होगा. इसके बाद 29 नवंबर को वह शांतिकुंज में आयोजित कार्यक्रम में भी प्रतिभाग करेंगे. उनके दौरे को लेकर जिला प्रशासन मुस्तैद है.
बता दें, हरिद्वार पतंजलि विश्विद्यालय के दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति 5 घंटे तक कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे. इस दौरान राष्ट्रपति पतंजलि विश्वविद्यालय के नवनिर्मित भवन का लोकार्पण और एक नए भवन का शिलान्यास भी करेंगे. उनके दौरे को लेकर सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद है. 2019 में आए थे हरिद्वार
इससे पहले राष्ट्रपति कोविंद अक्टूबर 2019 में भी हरिद्वार आए थे. उन्होंने पत्नी सविता कोविंद के साथ हरिद्वार के कनखल स्थित हरिहर आश्रम में पहुंचकर श्री पारदेश्वर मंदिर में पूजा अर्चना और रुद्राभिषेक किया था. इस दौरान जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज की देखरेख में उन्होंने पूजन किया था.
ऋषिकेश में राष्ट्रपति कार्यक्रम का रूट प्लान:राष्ट्रपति कार्यक्रम का रूट प्लान जारी (Route plan of President program released) हो गया है, जिसके तहत राष्ट्रपति आज शाम 3:30 बजे हेलीपैड पर MI-17 हेलीकॉप्टर (MI-17 helicopter) से लैंड करेंगे. यहां से राष्ट्रपति सड़क मार्ग से परमार्थ निकेतन (Parmarth Niketan) जाएंगे और गंगा आरती में शामिल होंगे.
बैराज पुल पार से नीलकंठ वाली रोड राजाजी टाइगर नेशनल पार्क (Rajaji Tiger National Park) अंतर्गत संवेदनशील क्षेत्र है. यह एक मात्र रास्ता होने की वजह से राष्ट्रपति इसी रोड से परमार्थ निकेतन में गंगा आरती (Ganga Aarti at Parmarth Niketan) में शामिल होने के लिए पहुंचेंगे. रूट प्लान को देखते हुए बैराज से नीलकंठ रोड पर परमार्थ निकेतन तक 10 किलोमीटर के दायरे में 40 वन कर्मियों की तैनाती कर दी गई है. जो लगातार सुरक्षा की दृष्टि से अपनी चप्पे-चप्पे पर निगरानी बनाए हैं.
टीमें तैनात: ऋषिकेश में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यक्रम (President Ram Nath Kovind program in Rishikesh) है. जिसको लेकर सरकारी अमले के साथ वन विभाग की टीम भी अलर्ट पर है. दरअसल, राष्ट्रपति कार्यक्रम का रूट प्लान जारी (Route plan of President program released) हो गया है. जिसके तहत राष्ट्रपति आज (28 नवंबर) की शाम 3:30 बजे हेलीपैड पर MI-17 हेलीकॉप्टर (MI-17 helicopter) से लैंड करेंगे. यहां से राष्ट्रपति सड़क मार्ग से परमार्थ निकेतन (Parmarth Niketan) जाएंगे और गंगा आरती में शामिल होंगे.
बैराज पुल पार से नीलकंठ वाली रोड राजाजी टाइगर नेशनल पार्क (Rajaji Tiger National Park) अंतर्गत संवेदनशील क्षेत्र है. यह एक मात्र रास्ता होने की वजह से राष्ट्रपति इसी रोड से परमार्थ निकेतन में गंगा आरती (Ganga Aarti at Parmarth Niketan) में शामिल होने के लिए पहुंचेंगे. रूट प्लान को देखते हुए बैराज से नीलकंठ रोड पर परमार्थ निकेतन तक 10 किलोमीटर के दायरे में 40 वन कर्मियों की तैनाती कर दी गई है. जो लगातार सुरक्षा की दृष्टि से अपनी चप्पे-चप्पे पर निगरानी बनाए हैं.
हथियारों से लैस वन कर्मियों की तैनाती के साथ दो मोबाइल वैन भी लगातार इस मार्ग पर गश्त करती रहेंगी. पल-पल की जानकारी भी आला अधिकारियों को दी जाएगी. राष्ट्रपति की फ्लीट (President Fleet) एम्स से निकलने के दौरान बैराज से परमार्थ निकेतन तक सभी वाहनों की आवाजाही प्रतिबंधित भी रहेगी.
ये भी पढ़ें- हिंदू के बिना भारत नहीं और भारत के बिना हिंदू नहीं : भागवत
राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क के गोहरी रेंज क्षेत्राधिकारी धीर सिंह ने बताया कि राष्ट्रपति के प्रस्तावित रूट प्लान को लेकर वन विभाग अलर्ट पर है. उच्चाधिकारियों के मिले दिशा निर्देशानुसार बैराज से नीलकंठ मार्ग पर परमार्थ निकेतन तक 40 वन कर्मियों की तैनाती कर दी गई है. बता दें कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ऋषिकेश परमार्थ निकेतन में गंगा आरती (Ganga Aarti at Rishikesh Parmarth Niketan) करने के बाद रात को विश्राम करेंगे. 29 नवंबर की सुबह राष्ट्रपति हरिद्वार स्थित शांतिकुंज में देव संस्कृति विश्वविद्यालय (Dev Sanskriti University) के आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगे.