विशाखापत्तनम: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में नौसैनिक बेड़े की समीक्षा की. राष्ट्रपति फ्लीट रिव्यू कार्यक्रम आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में आयोजित किया गया. यह बारहवीं फ्लीट रिव्यू है . इस कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद थे. राष्ट्रपति ने भारतीय नौसेना के राष्ट्रपति के बेड़े का निरीक्षण किया। इस बेड़े में 60 पोत, पनडुब्बियां व 55 विमान शामिल हैं. कोविंद नौसेना के गश्ती पोत आईएनएस सुमित्रा पर सवार हुए. इसके बाद पूर्वी नौसेना कमान ने राष्ट्रपति फ्लीट रिव्यू के 12वें संस्करण के दौरान 21 तोपों की सलामी दी. आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर विशाखापत्तनम में राष्ट्रपति के बेड़े की समीक्षा का 12वां संस्करण आयोजित किया गया है.
बता दें कि, प्रेसिडेंट फ्लीट रिव्यू का विशेष महत्व है. भारत की आजादी की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर पूरे देश में 'आजादी का अमृत महोत्सव' मनाया जा रहा है. आईएनएस सुमित्रा को खासतौर पर 'राष्ट्रपति की याट' के रूप में नामित किया गया है.
सशस्त्र बलों के सर्वोच्च कमांडर के रूप में भारत का हर राष्ट्रपति अपने पांच साल के कार्यकाल में एक बार भारतीय नौसैनिक बेड़े की समीक्षा करता है और पीएफआर-22 इस तरह की 12वीं समीक्षा है. पीएफआर का मकसद देश को भारतीय नौसेना की तैयारियों, उच्च मनोबल और अनुशासन के प्रति आश्वस्त करना है.
यह तीसरी बार है, जब विशाखापत्तनम पीएफआर की मेजबानी कर रहा है. पहली बार, 2006 में भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने यहां नौसैनिक बेड़े की समीक्षा की थी. 2016 में तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मखर्जी ने विशाखापत्तनम में अंतरराष्ट्रीय बेड़े की समीक्षा की थी. अधिकारियों ने बताया कि पीएफआर-22 के तहत कोविंद युद्धपोतों सहित नौसेना के दो बेड़ों और तटरक्षक बल, भारतीय नौवहन निगम तथा पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के बेड़ों की समीक्षा करेंगे, जिसमें 10,000 से अधिक कर्मियों द्वारा संचालित 60 जहाज और पनडुब्बियां शामिल होंगी.