President Draupadi Murmu Bilaspur Visit: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू गुरु घासीदास यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में हुईं शामिल, काफिला रोक बच्चों को बांटी चॉकलेट
President Draupadi Murmu Bilaspur Visit राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज बिलासपुर दौरे पर रहीं. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रतनपुर में मां महामाया देवी के दर्शन किया. महामाया मंदिर में पूजा अर्चना करने के बाद उनका काफिला गुरु घासीदास सेंट्रल यूनिवर्सिटी पहुंचा. गुरु घासीदास विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति शिरकत की. जिसके बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू वापस रायपुर स्थित राजभवन लौट आईं. उसके बाद वह दिल्ली रवाना हो गईं.
रायपुर/बिलासपुर:राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, छत्तीसगढ़ दौरे के दूसरे दिन बिलासपुर पहुंची. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रतनपुर में मां महामाया देवी के दर्शन कर पूजा अर्चना की. जिसके बाद राष्ट्रपति का काफिला गुरु घासीदास विश्वविद्यालय पहुंचा. जहां राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मूदीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुईं. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के साथ राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी मौजूद रहे.
राष्ट्रपति ने रतनपुर महामाया के किये दर्शन: मां महामाया देवी को शक्ति स्वरूपा और देवी दुर्गा का रूप माना जाता है. देश के 52 शक्तिपीठों में रतनपुर का महामाया मंदिर भी एक शक्तिपीठ है. बिलासपुर पहुंचते ही राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सबसे पहले मां महामाया देवी के तीनों रूपों के दर्शन किये. महामाया मंदिर में पूजा अर्चना करने के बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का काफिला गुरु घासीदास सेंट्रल यूनिवर्सिटी पहुंचा.
दीक्षांत समारोह में शामिल हुईं राष्ट्रपति:गुरु घासीदास सेंट्रल यूनिवर्सिटी का दसवां दीक्षांत समारोहआयोजित किया गया. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू इस दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुईं. दीक्षांत समारोह में शैक्षणिक सत्र 2021-22 की विभिन्न परीक्षाओं में मेरिट सूची में प्रथम स्थान पाने वाले विद्यार्थियों को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उपाधि और स्वर्ण पदक प्रदान किये. इस दौरान 1 जनवरी 2022 से 31 दिसंबर 2022 के 28 शोधार्थियों को पीएचडी की उपाधि और 76 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक प्रदान किये गये. जिनमें विश्वविद्यालय पदक, चांसलर पदक, गुरु घासीदास विश्वविद्यालय पदक और दानदाता पदक भी शामिल हैं.
राज मिस्त्री के बेटे को मिला गोल्ड मेडल: बिलासपुर के मल्हार में रहने वाले धनंजय कैवर्त ने एमए राजनीति विज्ञान में दो गोल्ड मेडल हासिल किए हैं. राष्ट्रपति के हाथों आज धनंजय को दो गोल्ड मेडल मिलने से पूरा परिवार गौरवान्वित महसूस कर रहा है. दरअसल, धनंजय के परिवार में दो लोग राजमिस्त्री का काम करते हैं. परिवार के मुखिया पिता और उनके भाई ने धनंजय को राजमिस्त्री का काम करके पढ़ाया है. धनंजय के पांच भाई हैं. परिवार में कुल ग्यारह लोग हैं. सभी मजदूरी करते हैं.
राष्ट्रपति ने बच्चों को बांटी चॉकलेट: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मूरतनपुर में मां महामाया मंदिर दर्शन के लिए जा रही थीं. इस दौरान रास्ते में उन्होंने कुछ बच्चों को खड़े देखा. राष्ट्रपति अपना काफिला बीच रास्ते में रुकवा कर बच्चों से मिलने गई. इस दौरान बच्चों को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने चॉकलेट बांटी. राष्ट्रपति को देख बच्चे काफी खुश हो गए.
राष्ट्रपति ने बच्चों को बांटी चॉकलेट
राष्ट्रपति ने विशेष संरक्षित जनजातियों के स्टूडेंट्स से मुलाकात की: राष्ट्रपति ने रायपुर में विशेष संरक्षित जनजातियों के विद्यार्थियों और अन्य सदस्यों से मुलाकात की है. इस मौके पर राज्यपाल विश्वभूषण हरिचदंन और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मौजूद रहे. इस अवसर पर राष्ट्रपति ने विशेष रूप से संरक्षित जनजातियों बैगा, पहाड़ी कोरवा, कमार, बिरहोर और अबूझमाड़ जनजाति के सदस्यों से संवाद किया है. उन्होंने कहा कि जब भी वे देश में भ्रमण करती हैं तो वहां विशेष संरक्षित जनजाति के सदस्यों से अवश्य मिलती हैं.हम जानते है कि वे शैक्षणिक, एवं सामाजिक-आर्थिक रूप से पिछड़े हैं. समाज में जो कमजोर है उन्हें प्रोत्साहित करना चाहिए. आज हमारा देश चंद्रमा तक पहुंच गया है. को विशेष संरक्षित जनजातियों भी आगे बढ़ना चाहिए. केंद्र और राज्य सरकार की योजना का लाभ लेकर उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त होकर देश की प्रगति में अपना योगदान देना चाहिए. रायपुर में इस मौके पर सीएम भूपेश बघेल ने राष्ट्रपति को प्रतीक चिन्ह भेंट कर अपना सम्मान प्रकट किया. द्रौपदी मुर्मू के छत्तीसगढ़ के प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उन्हें छत्तीसगढ़ की विशिष्ट पहचान कोसा के वस्त्र भेंट किए. साथ ही उन्होंने राज्य के मिलेट्स कोदो, कुटकी, रागी, ज्वार आदि से तैयार उत्पाद और बस्तर के बेल मेटल से निर्मित कलाकृति भी राष्ट्रपति को भेंट की. शाम में राष्ट्रपति दिल्ली के लिए रवाना हो गईं.
राष्ट्रपति ने विशेष संरक्षित जनजातियों के स्टूडेंट्स से मुलाकात की