नई दिल्ली :10 मार्च को पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के लिए डाले गए वोटों की गिनती होगी. इनमें सबकी नजर उत्तरप्रदेश पर टिकी है. यूपी में 'खदेड़ा होबे' या 'आएगा तो योगी ही' की चर्चा हो रही है. ज्योतिषाचार्य भी चुनाव नतीजों को लेकर अलग-अलग राय रखते हैं.
चित्रकूटधाम के लोकमंगल अनुसंधान संस्थान के ज्योतिषाचार्य राजेश जी महाराज का मानना है कि उत्तरप्रदेश के चुनाव परिणाम बीजेपी के पक्ष में नहीं रहेंगे. योगी आदित्यनाथ की कुंडली के अनुसार, गोचरस्थ लग्न से अष्टम भाव में गुरू चाण्डाल योग और शपथ कुण्डली में अस्त भाग्येश गुरु पद प्रतिष्ठा की हानि और सत्ता हस्तान्तरण का योग बनाता है. ज्योतिषाचार्य राजेश जी महाराज का दावा है कि इस बार यूपी में सत्ता बदलेगी और यह समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के हाथों में जाएगी.
किंतु-परंतु के साथ सीएम बनेंगे योगी
ज्योतिषाचार्य राजेश महाराज के अनुसार, अखिलेश यादव व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रभावी राशि मेष है. दोनों की प्रभावी राशि धनु है. इसके अलावा भारतीय जनता पार्टी की राशि भी धनु है. एक जैसी समानता के होते हुए भी सर्वतोभद्र चक्र विचार मे दीर्घ (आ) योगी आदित्यनाथ जी को विशेष प्रभावी करता है. शनि, मंगल, सूर्य तथा बुध की समीपस्थ स्थिति सत्तारूढ़ बीजेपी की पुनर्वापसी में बाधक है. इसके अलावा उत्तर प्रदेश की कुंडली में राहु के प्रभाव के कारण कोई दल दोबारा सत्ता में नहीं आता है. योगी आदित्यनाथ की जन्म पत्री में महायोग, महाकाल योग बना हुआ है. यह योग फलीभूत हुआ तो वह सत्ता में लौट सकेंगे मगर बहुमत से दूर रहेंगे.
बीजेपी और योगी की कुंडली में तालमेल नहीं
वाराणसी के ज्योतिषाचार्य पंडित ऋषि द्विवेदी उत्तरप्रदेश में नई सरकार को लेकर एक द्वंद्व की स्थिति बताते हैं. पार्टियों और नेताओं की जन्मपत्री खंगालने के बाद उन्होंने बताया कि सितारों के हिसाब से बीजेपी की स्थिति मजबूत है मगर चुनाव में नेतृत्व करने वाले योगी आदित्यनाथ की कुंडली फिलहाल कमजोर है. इसके उलट अखिलेश यादव की कुंडली मजबूत है, मगर समाजवादी पार्टी की स्थिति कमजोर है. पंडित ऋषि द्विवेदी का मानना है कि यूपी में किसी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलेगा, गठबंधन की सरकार बनेगी.
ज्योतिषाचार्य राजेश महाराज के अनुसार, यूपी के ग्रह चाल बीजेपी के साथ हैं, मगर योगी आदित्यनाथ के नहीं. समाजवादी पार्टी बनेगी बड़ी पार्टी, सीटें बढ़ना तो तय है
ज्योतिषाचार्य पंडित ऋषि द्विवेदी के अनुसार, वर्तमान समय में समाजवादी पार्टी की कुंडली वृश्चिक लग्न धनु राशि की कुंडली है. वर्तमान में राहु की महादशा रही है और राहु की महादशा में बृहस्पति की अंतर्दशा में प्रत्यंतर चल रहा है, जो 2022 तक रहेगा निश्चित रूप में राहु और शनि का संयोग बैठ रहा है, जो समाजवादी पार्टी 2022 के विधानसभा चुनावों को बहुत अच्छा करने का काम करवाएंगे. राहु में शनि है. शनि को जनतंत्र का कारक और राहु को कुर्सी के लिए महत्वपूर्ण मानते हैं, इसलिए समाजवादी पार्टी बड़ी पार्टी के रूप में उत्तर प्रदेश में दिखाई दे रही है.
अखिलेश के सितारे बुलंद, सत्ता के करीब जाने के संकेत
वही अखिलेश यादव की कुंडली कन्या लग्न मिथुन राशि की है. वर्तमान में केतु की महादशा 18 मार्च 2017 से प्रारंभ हुई और 18 मार्च 2024 तक रहेगी. केतु की महादशा जब अखिलेश यादव पर नहीं थी तब तक अखिलेश यादव मुख्यमंत्री के पद पर पदस्थ थे. 2017 में जैसे ही केतु की महादशा आई, तो अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री पद से हाथ धोना पड़ा था. उस वक्त योगी आदित्यनाथ की कुंडली में भी केतु की महादशा होने की वजह से उनको सत्ता मिल गई थी. 2017 से शुरू हुई केतु की महादशा 2024 में खत्म होगी.
ज्योतिषाचार्य उमाधर बहुगुणा ज्योतिषाचार्य उमाधर बहुगुणा का दावा है कि पांच में चार राज्यों में बीजेपी की सरकार बनेगी. बीजेपी की कुंडली मजबूत, मगर...
भारतीय जनता पार्टी की कुंडली मिथुन लग्न और वृश्चिक राशि की है. इस समय जो चल रहा है चंद्रमा की महादशा में बृहस्पति के अंतर में बुध का प्रत्यंतर चल रहा है. बुध इनका लग्नेश है और चंद्रमा बृहस्पति का अंतर चल रहा है. चंद्रमा द्वितीय यानी मारकेश दिखाई दे रहा है. बृहस्पति मिथुन लग्न के लिए दशमेश है जो मान, सम्मान, प्रतिष्ठा का कारक है. दशमेश की स्थिति चल रही है. इसलिए बीजेपी की कुंडली भी बहुत ही मजबूत कुंडली दिखाई दे रही है, लेकिन सूबे के मुख्यमंत्री और मुख्यमंत्री पद के दावेदार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कुंडली में लग्न की है और कुंभ राशि है और अगर वर्तमान में केतु की महादशा इनकी कुंडली में भी चल रही है.
कांग्रेस का बढ़ेगा जनाधार
ज्योतिषाचार्य पंडित ऋषि द्विवेदी के अनुसार, 2013-14 के बाद कांग्रेस लगातार गिरती जा रही थी और लेकिन 6 मार्च के बाद से शनि की महादशा कांग्रेस पर आई है शनि जनतंत्र का कारक होता है बिना जनतंत्र में शनि के मजबूत हुए कोई भी पार्टी राजनीति में काबिज नहीं हो सकती. शनि जनतंत्र है और राहु कुर्सी है और सूर्य राज्य इन तीनों का मजबूत होना अति आवश्यक होता है. शनि की दशा प्रारंभ होने की वजह से अक्टूबर-नवंबर के बाद कांग्रेस की स्थिति एक बार फिर से सुधरने लगेगी. कांग्रेस की मजबूती बहुत ज्यादा दिख तो नहीं रही है, लेकिन कांग्रेस का जनाधार जरूर बढ़ेगा.
हालांकि चित्रकूट के ज्योतिषाचार्य राजेश जी महाराज के अनुसार, 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव शनि, मंगल से प्रभावित हैं तथा सप्तम् भाव पर शनि दृष्टि राजनैतिक अस्थिरता के संकेत दे रही है.10 मार्च को आ रहे चुनाव परिणाम कांग्रेस पार्टी के लिए बेहतर होंगे. कांग्रेस पार्टी को कुण्डली में आगे गुरु का मीन राशि में गोचर पंजाब, उत्तराखण्ड, गोवा आदि में इस पार्टी को सत्तासीन करेगा. उत्तर प्रदेश में भी पार्टी 24 से अधिक सीटों पर जीत हासिल कर सत्ता की भागीदार होगी.
बहुजन समाज पार्टी की स्थिति सुधरेगी
वाराणसी के ज्योतिषाचार्य पंडित ऋषि द्विवेदी बताते हैं कि बहुजन समाज पार्टी का लग्न मिथुन और राशि कन्या है. वर्तमान में महादशा में बृहस्पति की महादशा पार्टी के लिए चल रही है, जो जनवरी 2020 से शुरू हुई है. बृहस्पति मिथुन लग्न के लिए सप्तमेश है और बृहस्पति की लग्न पर दृष्टि है. जनाधार पर वृद्धि होती दिखाई दे रही है, लेकिन सत्ता तक पहुंचाने में सफल नहीं होगी. 2024 के बाद बसपा बहुत मजबूत होगी.
ज्योतिषाचार्य राजेश जी का कहना है कि10 तारीख को आ रहे उत्तर प्रदेश राज्य विधानसभा चुनाव परिणाम का लग्न मीन है. 22 फरवरी 2022 से 22 मार्च 2022 की ग्रह चाल गुरु, मंगल, शनि से प्रभावित है तथा हिन्दू नव वर्ष का वर्षेश शनि बीएसपी का जनाधार बढ़ायेगा और पार्टी 21 से 27 सीटें जीतने में कामयाब होंगी. वर्ष- 2023-24 में बीएसपी सुप्रीमो मायावती के राजनैतिक प्रभाव वृद्धि के संकेत हैं. वह सत्ता परिवर्तन या सत्ता में सहभागिता की केन्द्र बिन्दु हो सकती हैं.
उत्तराखंड में बदलेगी सत्ता या बने रहेंगे धामी
आचार्य राजेश जी महाराज के अनुसार, उत्तराखंड में भी सत्ता परिवर्तन के संकेत हैं. उत्तराखंड में शनि मंगल की द्विद्वादस ग्रह स्थिति भी राजनैतिक अस्थिरता पैदा करेगी. सत्तारूढ़ दल भाजपा के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के लिए चुनाव परिणाम प्रतिकूल हो सकते हैं. 27 फरवरी को मंगल मकर राशि में प्रवेश किया शुक्र, मंगल, शनि की समीपस्थ स्थिति उत्तराखंड सरकार के लिए घातक है. मंगल और शनि का एक राशि योग उत्तराखण्ड में सत्ता परिवर्तन के संकेत दे रहा है.
ज्योतिषाचार्य का दावा है कि योगी आदित्यनाथ 2023-24 में देश की केन्द्रीय राजनीति में एंट्री करेंगे और केन्द्रीय मंत्री बनेंगे. पंजाब, उत्तराखण्ड, गोवा में सूर्य गुरु, चंद्र के प्रभाव से कांग्रेस को बढत मिल सकती है. मणिपुर में भाजपा सरकार पुनः बनने के ग्रह योग हैं.
इनकी भविष्यवाणी के विपरीत, उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल में साबली गांव निवासी ज्योतिषाचार्य उमाधर बहुगुणा ज्योतिषाचार्य उमाधर बहुगुणा ने कहा कि उनकी ज्योतिष विद्या के अनुसार पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा के ग्रह चाल अच्छे हैं और चार राज्य उत्तराखंड, यूपी, गोवा, मणिपुर में भाजपा सीधे सरकार बनाने जा रही है. वहीं, पंजाब में सहयोगी के साथ मिलकर भाजपा सरकार बनाएगी.
यूपी के विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर उमाधर बहुगुणा ने कहा कि इस बार योगी आदित्यनाथ ही सीएम बनेंगे. यूपी में भाजपा 300 प्लस सीटें जीतेगी. वहीं, सपा के बारे में कहा कि सपा 100 सीट तक ही जीत सकेगी और अखिलेश यादव को विपक्ष में ही रहना पड़ेगा. साथ ही उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में यह भी मिथक है कि जो एक बार मुख्यमंत्री बनता है वह लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री नहीं बन पाता है, लेकिन योगी आदित्यनाथ की कुंडली के अनुसार यह मिथक भी इस बार टूटेगा और योगी आदित्यनाथ दोबारा मुख्यमंत्री बनेंगे.
डिस्क्लेमर : ईटीवी भारत किसी ज्योतिषाचार्य के दावे का समर्थन नहीं करता है. इस आलेख में उनकी राय प्रकाशित की गई है. ज्योतिषाचार्यों का कहना है कि यह भविष्यवाणी प्रश्न कुंडली पर आधारित है.