लखीमपुर खीरीः छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने यूपी के लखीमपुर खीरी जिले में यूपी सरकार और केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा. बघेल ने कहा कि यूपी में अगर सबसे कोई डरपोक है तो वह सीएम योगी आदित्यनाथ हैं, जिन्हें कांग्रेस के सीएम के कार्यक्रम से डर लगता है.
नकहा ब्लाक के जवाहर उत्तर माध्यमिक विद्यालय मैदान पर कांग्रेस की प्रतिज्ञा रैली में उन्होंने कहा कि 'संत-महात्मा निडर होते हैं लेकिन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी सबसे ज्यादा डरपोक हैं. मुझे जब लखीमपुर आना था तो मेरा हेलीपैड नहीं बनने दिया. योगी के कलक्टर ने पहले इसकी इजाजत नहीं दी और जब दी तो इस शर्त के साथ कि लखीमपुर कांड का जिक्र नहीं करेंगे. किसानों की बात नहीं करेंगे. साथ ही यह भी शर्त थी कि मंच से केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी का नाम नहीं लेंगे.'
सीएम बघेल ने मंच से एलान किया कि उन्होंने योगी की सभी शर्ते तोड़ दीं हैं. अब जो करना हो कर लें. गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी पर भी उन्होंने निशाना साधा. साथ ही किसानों पर गाड़ी चढ़ाने के आरोपी केंद्रीय मंत्री के बेटे का भी नाम लिया. बघेल ने कहा कि योगी बताते हैं कि प्रदेश अपराध मुक्त है लेकिन किसानों के सीने पर गाड़ी चलाने वाले मंत्री के बेटे पर बुलडोजर नहीं चलता, न कोई कार्यवाही होती है. उन्होंने आरोप लगाया कि यूपी सरकार मंत्री के बेटे और मंत्री को बचा रही है.
'बनारस में शूटिंग कर आते हैं पीएम'
सीएम भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि 'प्रधानमंत्री बनारस में अपनी शूटिंग कर आते हैं. गंगा में डुबकी लगाते हैं, तब भी अकेले डगमगा जाते हैं पर फिर समझ जाते हैं क्योंकि उन्हें पता है कि लाइट, एक्शन और कैमरा चल रहा है. देश में हर चीज बेची जा रही है. प्रधानमंत्री जी का गुजरात मॉडल हम दो, हमारे दो पर चल रहा है.'
किसानों के परिवार से भी मिले बघेल
सीएम भूपेश बघेल 'शहीद' किसानों के परिवार से भी मिले. उन्होंने आईएएस और आईपीएस अफसरों को चेताया. साथ ही कहा कि उन्होंने जो संविधान की शपथ ली थी उसका पालन करें. भूपेश बघेल ने कहा कि आज पूरे देश में दो मॉडल की चर्चा होती है. इसमें एक गुजरात मॉडल है और दूसरा छत्तीसगढ़ मॉडल. बघेल ने कहा कि गुजरात मॉडल बताकर प्रधानमंत्री बन गए लेकिन गुजरात मॉडल कहीं देखा नहीं गया. उन्होंने यह भी कहा कि गुजरात महात्मा गांधी और सरदार पटेल की जन्मस्थली है, वह धरती पूजनीय है लेकिन अब गुजरात में सिर्फ दो बेचने वाले और दो खरीदने वाले हैं.
'नाम सुन लेंगे तो नहर भी बेंच देंगे'
उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि 'लखीमपुर से नकहा आते समय रास्ते में एक नहर पड़ी. कार्यकर्ताओं से पूछा कि यह नहर किसने बनवाई तो बताया गया कि यह नहर इंदिरा गांधी जी ने बनवाई थी. मैंने कहा धीरे बोलो कहीं यह नाम सुन लेंगे तो नहर भी बेंच देंगे.'