पटना: चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर इन दिनों जन सुराज पद यात्रा पर हैं. यात्रा के दौरान मीडिया से बात भी करते रहते हैं. इस दौरान वे नीतीश कुमार, लालू यादव और नरेंद्र मोदी पर हमला करते रहते हैं. उनकी नीतियों को गलत बताते रहते हैं. लोगों को सावधानी से वोट देने के लिए कहते रहते हैं. लेकिन, उन्होंने कभी भी यह नहीं कहा कि वो चुनाव किसके साथ मिलकर लड़ेंगे. अब उन्होंने पत्ते खोलने शुरू किये हैं.
प्रशांत किशोर का सियासी बमःमीडिया रिपोर्टस की मानें तो प्रशांत किशोर कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं. उन्होंने इस बात का इशारा किया है. दरअसल एक निजी चैनल से बातचीत के दौरान प्रशांत किशोर ने कहा कि उनका झुकाव कांग्रेस की नीतियों की ओर है. प्रशांत किशोर ने कहा कि "हम किसी गठबंधन से सरोकार नहीं रखते हैं, लेकिन हमारी विचारधारा और कांग्रेस की विचारधारा मिलती-जुलती है." प्रशांत किशोर ने कहा कि "ऐसा नहीं है कि भाजपा को हराया नहीं जा सकता है, भाजपा का वोट शेयर 19% है. हमने बिहार और पश्चिम बंगाल सहित कई राज्यों में भाजपा को हराया है."
कांग्रेस के साथ पक रही खिचड़ीः प्रशांत किशोर के इस बयान के बाद बिहार का सियासी माहौल गरमा गया है. कयास लगाये जाने लगे हैं कि प्रशांत किशोर और कांग्रेस के बीच कोई खिचड़ी पक रही है. क्योंकि प्रशांत किशोर की छवि एक सुलझे हुए व्यक्ति की है. वह नपी तुली भाषा का प्रयोग करते हैं. ऐसे में राजनीतिक विश्लेषक मान रहे हैं कि प्रशांत किशोर ने यह बयान यूं ही नहीं दिया होगा. कयास यह भी लगाये जा रहे हैं कि इंडिया गठबंधन में जो कुछ हो रहा है उसके बाद कांग्रेस को भी प्रशांत किशोर की जरूरत पड़ सकती है.