नई दिल्ली : संसद टीवी पर राहुल गांधी को कम दिखाने और उनके भाषण के कुछ हिस्से हटाने के आरोपों का जवाब देते हुए केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि संसद टीवी न तो स्पीकर के हाथ में रहता है और न हमारे (सरकार) हाथ में रहता है. इसलिए टीवी पर वो कम क्यों नजर आए हैं, उन्हें पता नहीं है. जोशी ने राहुल गांधी के भाषण से कुछ शब्दों को हटाने के आरोप पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि किसी सांसद (राहुल गांधी ) के भाषण से असंसदीय शब्दों को हटाना दशकों से चली आ रही सामान्य संसदीय प्रक्रिया है.
जोशी ने कहा कि यह दशकों से चली आ रही सामान्य संसदीय प्रक्रिया है कि जो भी चेयर ( स्पीकर ) पर बैठते हैं वह असंसदीय शब्दों को सदन की कार्यवाही से निकाल देते हैं. उन्होंने कहा कि यह कोई नया बना नियम नहीं है और न ही आज से शुरू हुआ है बल्कि किसी भी सांसद के भाषण से असंसदीय शब्दों को हटाना दशकों से चली आ रही सामान्य संसदीय परंपरा है. कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि राहुल गांधी ने किसी भी असंसदीय शब्द का इस्तेमाल नहीं किया.
उन्होंने कहा, "अगर कोई शब्द असंसदीय है तो उसे हटाने का प्रावधान है. मुझे नहीं लगता कि राहुल गांधी ने किसी असंसदीय शब्द का इस्तेमाल किया है. राहुल ने कहा कि भारत माता का अपमान हो रहा है. इसलिए उन्होंने यह मामला उठाया. मैंने यह मुद्दा लोकसभा अध्यक्ष के सामने उठाया, और उन्होंने मुझे आश्वासन दिया है कि वह इस पर गौर करेंगे." गौरतलब है कि बुधवार को अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा फिर से शुरू करने वाले राहुल गांधी पहले वक्ता थे. उन्होंने अपने भाषण में मणिपुर में जातीय हिंसा को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला.