उत्तरकाशी(उत्तराखंड):दिल्ली में लाल किले पर आयोजित होने वाले स्वतंत्रता दिवस समारोह में उत्तराखंड वाइब्रेंट विलेज के प्रधान दिल्ली रवाना हो गए हैं. इनमें उत्तरकाशी जिले के आठ गांव जिसमें बगोरी, धराली, हर्षिल, जादूंग, जसपुर, झाला, मुखबा, नेलांग, पुराली व सुक्की के प्रधान शामिल हैं. उत्तरकाशी जिले के प्रधान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए गंगाजल और स्वयं सहायता समूहों की ओर से तैयार स्थानीय उत्पाद बतौर उपहार लेकर जा रहे हैं.
पीएम से मिलने के लिए उत्तसाहित प्रधानों का दल: उत्तरकाशी किसान उत्पादक संगठन के अध्यक्ष भरत रौतेला ने बताया वे प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के लिए गंगाजल और किसान उत्पादक संगठन की ओर से स्थानीय उत्पाद से तैयार चट्टनी, जैम, मुरपा, जैली, जूस आदि उत्पाद को उपहार लेकर गए हैं. उन्होंने कहा इस संगठन में आठ गांव की 162 महिलाएं काम कर रही हैं. रौतेला ने बताया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के न्यौता मिलने पर समूह के सभी लोग उत्साहित हैं. उन्होंने कहा अगर पीएम मोदी उन्हें मिलते हैं तो वे हर्षिल घाटी के स्थानीय उत्पादों को उन्हें भेंट करेंगे.
उत्तरकाशी वाइब्रेंट विलेज के प्रधान दिल्ली रवाना पढ़ें-वाइब्रेंट विलेज योजना: 1962 भारत-चीन युद्ध में उत्तराखंड ये दो गांव हो गए थे वीरान, अब बनेंगे टूरिज्म हब
पीएम मोदी को भेंट करेंगे उपहार: भरत रौतेला ने कहा उन्हें पूरी उम्मीद है कि पीएम मोदी की वाइब्रेंट विलेज योजना हर्षिल घाटी के विकास में चार चांद लगाएगी.वाइब्रेंट विलेज झाला के भरत सिंह रौतेला स्थानीय उत्पाद बनाने की यूनिट का संचालन करते हैं. यह आठ गांवों की सामूहिक यूनिट हैं. हर्षिल गांव के प्रधान दिनेश रावत ने कहा अगर उन्हें अवसर मिला तो वे अपने हाथों से पीएम को उपहार भेंट करेंगे. जसपुर के प्रधान हरीश राणा ने कहा कि सीमांत गांवों के प्रधानों के लिए यह बड़े सौभाग्य की बात है. वह 17 अगस्त को वापस लौंटेगे.
पढ़ें-सैलानियों से गुलजार होने लगी नेलांग घाटी, नैसर्गिक सौंदर्य देख हुए अभिभूत
आईटीबीपी मातली के नेतृत्व में दल रवाना: बता दें केंद्र सरकार की ओर से सीमा पर बसे गांवों को आबाद करने समेत वहां विभिन्न गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए वाइब्रेंट विलेज योजना का संचालन किया जा रहा है. इसके तहत उत्तराखंड की सीमा पर बसे वाइब्रेंट विलेज के प्रधानों को दिल्ली में लाल किले पर आयोजित होने वाले स्वंतत्रता दिवस समारोह में विशेष मेहमान के तौर पर हिस्सा लेने का आमंत्रण मिला है. उत्तरकाशी जिले में वाइब्रेंट विलेज के प्रधान परिवार समेत 12वीं वाहिनी आईटीबीपी मातली के नेतृत्व में रवाना हुए.