नई दिल्ली : कोयले की संकट के बीच भीषण गर्मी के कारण देश में बिजली की डिमांड लगातार बढ़ रही है. शुक्रवार दोपहर 2:50 मिनट पर देश में बिजली की डिमांड 2,07,111 मेगावॉट यानी 207.111 गीगावॉट से ज्यादा रही. यह अपने आप में एक रेकॉर्ड है. यह जानकारी ऊर्जा मंत्रालय ने ट्वीट के जरिये दी.
भीषण गर्मी के कारण देश में बिजली की डिमांड पीक पर पहुंच गई है. अप्रैल के दूसरे सप्ताह में ही केंद्रीय बिजली मंत्रालय ने बताया था कि बिजली की मांग पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले 45 फीसदी बढ़ी है. इसके बाद से डिमांड और बढ़ती जा रही है. पिछले साल यानी 2021 में अप्रैल महीने के व्यस्त समय में बिजली की मांग 182.55 गीगावॉट तक पहुंची थी. मगर इस बार 28 अप्रैल को बिजली की डिमांड 204 गीगावॉट से ज्यादा रही. शुक्रवार को डिमांड ने नया रेकॉर्ड ही बना दिया. गुरुवार के मुकाबले शुक्रवार को 3 गीगावॉट अधिक मांग रही. मंत्रालय का अनुमान है की मई जून में यह मांग बढ़कर 215- 220 गीगावाट तक पहुंच सकती है.
बता दें कि इस समय देश के कई राज्यों में बिजली की बढ़ती मांग और कोयले की कमी के कारण कटौती हो रही है. उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, बिहार, झारखंड, महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में बिजली संकट गहराता जा रहा है. यूपी के थर्मल स्टेशनों को बिजली सप्लाई करने के लिए केंद्र सरकार ने 657 पैसेंजर ट्रेनों को रद्द करने का फैसला किया है. सरकार ने यह कदम कोयले से लदी माल गाड़ियों को आसानी से रास्ता प्रदान करने के लिए उठाए हैं.