हैदराबाद: बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और भारतीय जनता पार्टी नेता सुशील मोदी ने राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव पर आरोप लगाया है. मोदी ने कहा कि लालू ने उनको जेल से फोन किया और राज्य की नवगठित एनडीए सरकार को गिराने की कोशिश की.
इसके साथ ही उन्होंने लालू यादव का एक ऑडियो भी जारी किया है. जिसमें लालू कथित रूप से बिहार के एक विधायक से फोन पर बात कर रहे हैं. इस ऑडियो में लालू कथित रूप से विधायक से बिहार विधानसभा स्पीकर के चुनाव में समर्थन मांग रहे हैं और इसके बदले में लालू ने विधायक को मंत्री पद देने की कथित पेशकश भी की है.
हालांकि, जेल में कैदी द्वारा फोन का प्रयोग और राजनीति में हॉर्स ट्रेडिंग का यह मामला कोई नया नहीं है. इससे पहले भी कई नेताओं और विधायकों पर ऐसे आरोप लग चुके हैं. कई मामलों में विधायकों को अपनी जान तक भी गंवानी पड़ी है.
आइए, डालते हैं ऐसे कई मामलों पर नजर...
1. 24 अक्टूबर 2020 को जनता दल राष्ट्रवादी पार्टी के नेता नारायण सिंह की शिवहार जिले में एक चुनाव प्रचार के दौरान हत्या कर दी गई थी. वहीं, 48 घंटे के अंदर ही पुलिस ने इस हत्याकांड का खुलासा भी कर दिया था. इस हत्याकांड के बारे में पता चला कि नारायण सिंह की हत्या की साजिश दिल्ली के तिहाड़ जेल में रची गई थी. केस के खुलासे में यह बात सामने आई कि नारायण सिंह की हत्या की साजिश विकास कालिया ने रची थी. बता दें कि इस नरसंहार में तीन लोगों की भी मौत हुई थी. जिसमें नारायण सिंह, उनका समर्थक और एक अपराधी भी शामिल था.
2. 16 सितंबर 2020 को राजस्थान सरकार के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने एक मुकदमा दर्ज किया था. इस मुकदमे में बताया गया था कि भारतीय जनता पार्टी संजय जैन के माध्यम से राजस्थान की गहलोत सरकार को गिराने की साजिश कर रही है. बाद में संजय जैन को सरकार गिराने के आरोप में जेल हुई थी, लेकिन फिर उसको जमानत मिल गई थी. राजस्थान हाईकोर्ट ने संजय जैन को जमानत पर रिहा करने के ऑर्डर दिए थे, इसके साथ ही सीएम अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के बीच ऑडियो टेप का मामला भी प्रकाश में आया था.