पटना: राजधानी में अपराधियों का तांडव जारी है. हत्या का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है. सरेआम अपराधी पटना शहर में हत्या की घटना को अंजाम दे रहे हैं. वहीं, मंगलवार को रूपेश सिंह की अपराधियों ने निर्मम तरीके से गोली मारकर हत्या कर दी. स्टेशन मैनेजर की हत्या के बाद बिहार में सियासी बयानबाजी शुरू हो गई है. घटना को भाजपा नेताओं ने गंभीरता से लिया है.
सीबीआई जांच की मांग
राज्यसभा सांसद विवेक ठाकुर ने इसको लेकर सीबीआई जांच की मांग उठाई है. राजधानी पटना अब हत्या की राजधानी बनती जा रही है. बेखौफ अपराधी हत्या की घटना को अंजाम दे रहे हैं. एक के बाद एक हत्या की घटना से राजधानी पटना थर्रा गई है. भाजपा नेताओं ने रूपेश सिंह की हत्या कांड पर चिंता व्यक्त की है.
भाजपा सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल का बयान "रूपेश सिंह आपराधिक छवि के व्यक्ति नहीं थे और उनकी निर्मम तरीके से हत्या की गई. यह बेहद दुखद घटना है. मैं डीजीपी से मांग करता हूं कि शीघ्र अपराधियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाए और जो भी दोषी है उनको सामने लाया जाए"- जनार्दन सिंह सिग्रीवाल, भाजपा सांसद
"पटना में हुए इंडिगो स्टेशन हेड रूपेश सिंह की हत्या दुःखद गंभीर है. शून्य आपराधिक पृष्ठभूमि वाले व्यक्ति की दिन-दहाड़े गोली मारकर हत्या होना दुर्भाग्यपूर्ण है. यह बिहार में एनडीए की नवनिर्वाचित सरकार के लिए चुनौतीपूर्ण स्थिति है. यह घटना बिहार पुलिस पर प्रश्नवाचक चिह्न है. पुलिस को 3-5 दिन के अंदर एक निष्कर्ष पर आना ही पड़ेगा. बिहार पुलिस अपनी सक्षमता से स्थिति का जायजा ले और अगर सफलता दूर लगे तो, केस को अविलंब CBI को सौंपे"- विवेक ठाकुर, भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद
भाजपा सांसद विवेक ठाकुर का बयान यह भी पढ़ें :बिहार में इंडिगो के मैनेजर की गोली मारकर हत्या
बिहार में महा जंगलराज कायम
विवेक ठाकुर ने कहा कि रूपेश सिंह अपने क्षेत्र में सामाजिक रूप से बहुत काम करते थे और लोकप्रिय थे. क्या यह हत्या राजनीति से प्रेरित है या राज्य में खौफ पैदा करने की कोशिश है. प्रशासन अविलंब अपराधियों को गिरफ्तार करे. वहीं कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौर ने वर्तमान सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि बिहार में महा जंगलराज कायम हो गया है.
"सरकार गोबर गणेश है. किसी भी तरह से सरकार से कानून व्यवस्था नहीं संभल रही है. सिर्फ और सिर्फ दिखावे के लिए सरकार कानून व्यवस्था की बात करती है. जबकि सच्चाई है कि राजधानी में सरे शाम इंडिगो के स्टेशन मैनेजर की हत्या कर दी जाती है और पुलिस मूकदर्शक बनी रहती है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बिहार नहीं संभल रहा है और खासकर के गृह मंत्री के पद को उन्हें छोड़ देना चाहिए क्योंकि गृह मंत्रालय इनसे नहीं संभल रहा है. अब इनका इकबाल खत्म हो गया है और सिर्फ और सिर्फ ये दावे करते हैं"- राजेश राठौर, कांग्रेस प्रवक्ता
कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौर का बयान "सिर्फ नाम की है पुलिस"
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि सच्चाई यह है कि इनकी पुलिस सिर्फ नाम की है. जब तक मुख्यमंत्री ये स्वीकार नही करेंगे कि प्रशासन नाम की चीज बिहार में नहीं है, तब तक सुधार संभव नहीं है. वहीं जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस हत्याकांड की जांच सीबीआई से करवाने की मांग की है.
"नीतीश कुमार के कार्यकाल में उनके नजदीकी उच्च अधिकारी जमीन माफिया, शराब माफिया और बालू माफियाओं के समर्थन में रहते हैं. ऐसे में अपराधियों का मनोबल बढ़ रहा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को ऐसे अधिकारियों पर संज्ञान लेना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अगर चाहें तो, पूरे बिहार से 3 महीने में अपराध खत्म हो सकता है. सियासत में बैठे अपराधियों को खत्म करना बहुत जरूरी है. जब तक राजनीति में अपराधीकरण होगा, तब तक प्रदेश अशांत रहेगा"- पप्पू यादव, जाप सुप्रीमो
जाप सुप्रीमो पप्पू यादव का बयान डीजीपी को बदलने की मांग
पप्पू यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पुलिस को फ्री हैंड देने की मांग की है और इसके साथ ही बिहार के डीजीपी को बदलने की भी मांग पप्पू यादव ने की है. बता दें मृतक रूपेश सिंह किसी आपराधिक गतिविधि में नहीं रहते थे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पुत्र के साथ ही उनकी मित्रता थी. वहीं इसको लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी सरकार पर निशाना साधा है.
सत्ता संरक्षित अपराधियों ने पटना में एयरपोर्ट मैनेजर रूपेश कुमार सिंह की उनके आवास के बाहर गोलियां मार हत्या कर दी. वह मिलनसार और मददगार स्वभाव के धनी थे. उनकी असामयिक मृत्यु से बहुत दुःखी हूं. भगवान उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे. बिहार में अब अपराधी ही सरकार चला रहे हैं- तेजस्वी यादव, नेता प्रतिपक्ष
नीतीश कुमार से इस्तीफ़े की मांग
तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर लिखा है कि नीतीश जी द्वारा अपराधों को छिपाने की चेष्टा और उसे स्वीकार नहीं करना ही सबसे बड़ा अपराध और अपराधियों के लिए रामबाण है. उनसे बिहार नहीं संभल रहा, वो अविलंब इस्तीफ़ा दें.