छत्तीसगढ़ में ईडी के खुलासे से मची सियासी खलबली, ED के दावों पर कांग्रेस और बीजेपी में छिड़ा घमासान, रायपुर से दिल्ली तक राजनैतिक पारा चढ़ा - Mahadev App ED claims CM Baghel received money
Politics intensifies in Chhattisgarh on Mahadev App केंद्रीय प्रवर्तन निदेशालय यानि ईडी ने आज खुलासा किया कि महादेव सट्टा एप के जरिए कांग्रेस सरकार को छत्तीसगढ़ में 508 करोड़ रुपये मिले म. ईडी की ओर से किए खुलासे के बाद बीजेपी ने जवाबी हमला बोलते हुए कहा कि महादेव एप और कांग्रेस सरकार में गठजोड़ का आरोप लगाया. इस मामले में कांग्रेस ने पलटवार करते हुए कहा कि मोदी सरकार केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है.
दिल्ली/ रायपुर: महादेव एप को लेकर ईडी के किए गए खुलासे से छत्तीसगढ़ की सियासत में बड़ा भूचाल आ गया है. सियासत का ये भूचाल अब सिर्फ छत्तीसगढ़ तक ही सीमित नहीं रहा बल्कि ये देश की सियासत को भी प्रभावित करने लगा है. चूंकि छत्तीसगढ़ में पहले चरण में सात नवंबर को मतदान होना है.ऐसे में ये खुलासा किसी सियासी बम के धमाके से कम नहीं है. अब जरा ईडी के दावों पर नजर डालें तो केंद्रीय प्रवर्तन निदेशालय का ये कहना है कि महादेव एप के जरिए कांग्रेस को 508 करोड़ की रकम महादेव सट्टेबाजी एप से मिली है
खुलासे से मची खलबली: इधर ईडी ने महादेव एप से कांग्रेस को मिले रकम का खुलासा किया. सीएम बघेल तक पैसा पहुंचने का दावा किया किया. उसके बाद इस मामले में बीजेपी ने आनन फानन में भूपेश बघेल सरकार को घेर लिया. दिल्ली में केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने मोर्चा संभालते हुए कांग्रेस को आपराधिक नेटवर्क से जुड़ा पार्टी तक करार दे दिया. बीजेपी ने ये दावा किया कि सट्टेबाजी एप के जरिए न सिर्फ कांग्रेस पार्टी ने पैसों की उगाही की, बल्कि गरीबों का पैसा पहले महादेव एप के जरिए लूटा फिर उसे चुनावी इस्तेमाल के लिए वसूला. राज्य में बैठी सरकार ने ये शर्मनाक खेल खेला जो अबतक किसी ने नहीं किया था. राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि बड़ी ही बेशर्मी से 508 करोड़ रुपयों की डील महादेव एप के जरिए की गई. ताकि उन्ही पैसों से चुनाव लड़ा जाए, चुनाव को जीता जाए. प्रदेश के पूर्व मुखिया रहे रमन सिंह ने यह कहकर सियासत को और गर्मा दिया कि राज्य सरकार के संरक्षण में ही महादेव एप चल रहा था और महादेव एप के तार तो सीधे सीधे सरकार के सचिवालय तक से जुड़े थे.
बीजेपी का शर्मनाक खेल: बीजेपी के आरोपों का जवाब देने के लिए कांग्रेस ने भी आनन फानन में मोर्चा संभाल लिया. कांग्रेस की ओर से सांसद प्रमोद तिवारी ने जवाबी हमला बोलते हुए कहा कि बीजेपी जान रही है कि छत्तीसगढ़ में चुनाव हार रही है. ऐसे में बीजेपी और मोदी सरकार ईडी आईटी और सीबीआई के जरिए चुनाव को प्रभावित करने पर तुले हैं. ईडी की जांच और ईडी की ओर से किया गया खुलासा ये साफ साबित करता है कि ये बयान दबाव में दिलवाया गया है और इसका मकसद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की छवि को खराब करना है. प्रमोद तिवारी ने आगे कहा कि न तो कांग्रेस पार्टी ईडी आईटी से डरने वाली है न भूपेश बघेल की छवि ही खराब होने वाली है. चुनावों को प्रभावित करने की बीजेपी की ये कोशिश नाकाम साबित होगी. महादेव सट्टा एप में हम बेदाग हैं. केंद्र सरकार की जांच एजेंसी जबरन हमें फंसाने पर आमादा है
हार को देख हताशा में मोदी: इधर पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने कहा कि जिन एजेंसियों की बदौलत केंद्र सरकार छत्तीसगढ़ में चुनाव लड़ना चाहती है वो उसमें किसी भी कीमत पर सफल नहीं होगी. हार की हताशा में बीजेपी वाले लगातार इस तरह के कदम उठा रही है. जनता की अदालत हमारे साथ है, चुनाव में दूध का दूध और पानी का पानी कर देगी. बीजेपी का कोई भी हथियार अब उसे पराजित होने से नहीं बचा सकता.
और दिलचस्प होगा मुकाबला:ईडी के खुलासे और उसके बाद शुरु हुई बयानों की बाढ़ से छत्तीसगढ़ और देश की सियासत में भूचाल आ गया है. कांग्रेस का ये आक्रोश और बीजेपी के आरोपों की झड़ी अब कहां जाकर रुकेगी कहना थोड़ा मुश्किल है, पर इतना तय है कि छत्तीसगढ़ का चुनाव इस बार न सिर्फ दिलचस्प हो गया है बल्कि लगातार रोचक होते जा रहा है