नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री व भाजपा नेता रमेश पोखरियाल निशंक सिर्फ एक राजनीतिज्ञ ही नहीं हैं, बल्कि एक कुशल लेखक भी हैं. राजनीति में सक्रिय रहते हुए भी उन्होंने कम से कम 75 किताबें लिखी हैं. निशंक की लिखी किताबें विभिन्न भाषाओं में प्रकाशित हो चुकी हैं. ईटीवी भारत के साथ एक विशेष साक्षात्कार में, निशंक ने कहा कि लेखन उनका बचपन से शौक रहा है.
राजनीति ने मेरे लेखन में विविधता लाने में मदद की : निशंक - ramesh pokhriyal nishank
केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' को 21 नवंबर को प्रतिष्ठित साहित्यिक सम्मान 'वातायन लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड' से सम्मानित किया जाएगा. यह पुरस्कार एक वर्चुअल समारोह में दिया जाएगा. इससे पहले ईटीवी भारत ने निशंक से विशेष बातचीत की.
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निशंक बताते हैं कि राजनीति ने उन्हें लिखने के लिए विविध विषय प्रदान किए हैं. उन्होंने कहा, 'मैं लगातार लिखता रहा हूं. राजनीति और लेखन के बीच संतुलन बनाना मेरे लिए कोई बड़ी बात नहीं है. मैं अपने आस-पास होने वाली घटनाओं से अलग-थलग पड़ने की कोशिश करता हूं और उन्हें अपने लेखन में ढालता हूं.'
केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने दुनियाभर में कोरोना महामारी के कारण आए संकट के मद्देनजर भारत के हालात पर भी बात की. निशंक ने भारत में कोविड-19 महामारी के बीच ऑनलाइन शिक्षा पर कहा कि देशभर में इसे संभव बनाने के लिए शिक्षा मंत्रालय की पूरी टीम ने दिन-रात काम किया है.