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वैक्सीनेशन पर राजनीति : विपक्ष के सवाल पर 'सरकार' ने दी ये दलील

एक तरफ प्रधानमंत्री की घोषणा के बाद देशभर में 11 अप्रैल से ही टीका उत्सव मनाया जा रहा है. लापरवाही बरतने वालों पर कार्रवाई की जा रही है. जबकि चुनावी राज्यों में राजनैतिक रैलियों में आ रही बेतहाशा भीड़, बगैर मास्क के हजारों लोग और कुंभ मेले में लाखों की भीड़ कोरोना के प्रोटोकॉल की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. इस पर सरकार और प्रशासन ने चुप्पी साध रखी है.

वैक्सीनेशन पर राजनीति शुरू
वैक्सीनेशन पर राजनीति शुरू

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Published : Apr 12, 2021, 9:27 PM IST

नई दिल्ली : देश में प्रधानमंत्री की घोषणा के बाद 11 अप्रैल से टीका उत्सव मनाया जा रहा है. जबकि भारत में टीके की कमी को लेकर राजनीति शुरू हो गई है. सर्वप्रथम महाराष्ट्र सरकार ने कोरोना वैक्सीन की कमी पर सवालिया निशान लगाया. इसके बाद गैर-भाजपाई राज्यों ने भी इस पर आपत्ति जताई. इनमें पंजाब, छत्तीसगढ़ और दिल्ली प्रमुख रूप से हैं.

जानकारी के मुताबिक, शिवसेना की प्रवक्ता और नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने प्रधानमंत्री के टीका उत्सव का मखौल उड़ाते हुए कहा था कि टीका जो जरूरी है, लेकिन टीके की उपलब्धता भी उतनी ही जरूरी है. इसके बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी वैक्सीन सभी आयु वर्ग के लोगों को उपलब्ध कराने के लिए सरकार के खिलाफ अभियान छेड़ दिया.

यहां तक कि केंद्र सरकार पर आरोप लगाया गया कि यदि वैक्सीन उपलब्ध कराने में दिक्कतें आ रही हैं, तो अन्य देशों में वैक्सीन आखिर क्यों भेजे जा रहे हैं.

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इसके जवाब में भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुदेश वर्मा ने ईटीवी से बातचीत में कहा कि जो लोग वैक्सीन की कमी की बात कर रहे हैं वे लोगों को गुमराह और अपनी राजनीति चमकाने का प्रयास कर रहे हैं.

वैक्सीनेशन पर राजनीति शुरू

उन्होंने कहा कि जब वैक्सीन भारत में नहीं थी, तब आंकड़ा नीचे जा रहा था. क्योंकि सभी लोग कोविड-19 नॉर्म्स का पालन कर रहे थे. इसी तरह सरकार ने भी अन्य राज्यों में वैक्सीन उपलब्ध कराने के कुछ नॉर्म्स बनाए हैं, जिसके तहत जनसंख्या और आवश्यकता के अनुसार वैक्सीन उपलब्ध कराए जा रहे हैं. ऐसे में यदि आप सभी के लिए टीके की व्यवस्था की मांग करेंगे, तो आप टीकाकरण नहीं, बल्कि राजनीति कर रहे हैं.

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बता दें कि न्यायालय का आदेश है कि वाहन चला रहे अकेले व्यक्ति को भी मास्क लगाना अनिवार्य है. जबकि पश्चिम बंगाल में प्रधानमंत्री और गृहमंत्री की रैली में शामिल हुई भीड़ बैगर मास्क में नजर आई थी. इतना ही नहीं भाजपा शासित राज्य में चल रहे कुंभ मेले में भी शाही स्नान के दौरान जुटे लोग बगैर मास्क के थे. इस पर मेले के अधिकारी का यह कहना कि कोविड-19 के दिशानिर्देशों को यहां मनवाना असंभव है, साफ तौर पर प्रधानमंत्री के आह्वान का मजाक उड़ रहा है.

बहरहाल, चुनावी राज्यों में प्रचार के लिए जम रही बगैर मास्क वाली भीड़ पर कोई सवाल नहीं उठा रहा, जबकि वैक्सीन की आपूर्ति से सभी को ऐतराज़ है.

इस पर शिवसेना की नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने सोमवार को ट्वीट करके केंद्र सरकार पर तंज कसा की उत्साह और उत्सव में कोई कमी ना रहे, टीका और टेस्टिंग पर राजनीति चलती रहनी चाहिए, जनता पर सितम अपनों पर करम.

वहीं, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि केंद्र सरकार 385 दिन में भी कोरोना से लड़ाई नहीं जीत पाई. उत्सव ताली-थाली बहुत हो चुके. अब देश को वैक्सीन दो.

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