रायपुर: भाजपा लोकसभा और विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी है. छत्तीसगढ़ में इस साल विधानसभा चुनाव हैं. साल 2024 में लोकसभा चुनाव भी हैं. छत्तीसगढ़ पर भाजपा का खास फोकस है, क्योंकि यहां कांग्रेस की सरकार है. साल 2018 विधानसभा चुनाव में मध्यप्रदेश राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनी थी. मध्यप्रदेश में सत्ता बदल गई लेकिन छत्तीसगढ़ में कांग्रेस बेहद मजबूत स्थिति में है.
साल 2019 लोकसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ की 11 लोकसभा सीटों में से 9 लोकसभा सीटों पर भाजपा ने जीत दर्ज की थी. लेकिन 2 महत्वपूर्ण सीटें कोरबा और बस्तर पर भारतीय जनता पार्टी की हार हुई थी. लिहाजा सियासी गलियारों में शाह के दौरे को लेकर हलचल है. वरिष्ठ पत्रकार अनिरुद्ध दुबे के मुताबिक "कांग्रेस के लिए सबसे सुरक्षित छत्तीसगढ़ नजर आ रहा है, इसलिए भाजपा नेता छत्तीसगढ़ में बहुत ज्यादा होमवर्क कर रहे हैं. अमित शाह का दौरा लोकसभा और विधानसभा चुनाव के लिहाज से है. शाह पहले कोरबा आए थे. अब वे बस्तर आ रहे हैं.
Amit Shah Bastar Visit: अमित शाह के बस्तर दौरे का मिनट टू मिनट शड्यूल
कोरबा पर नजर क्यों: कोरबा और बस्तर लोकसभा सीटों पर आदिवासियों की आबादी ज्यादा है. कोरबा लोकसभा में 21 लाख से ज्यादा जनसंख्या है. यहां 45 फीसदी आबादी आदिवासियों की और 9% अनुसूचित जाति वर्ग की है. कोरबा लोकसभा क्षेत्र में 8 विधानसभा शामिल हैं. इनमें 7 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस का कब्जा है. एक विधानसभा सीट रामपुर से भाजपा के ननकीराम कंवर विधायक हैं. भाजपा कोरबा लोकसभा सीट पर फोकस कर विधानसभा सीटों पर भी अपनी पकड़ मजबूत करना चाहती है.