हैदराबाद:कांग्रेस के कथित टूलकिट को लेकर देश की राजनीति गरमाई हुई है. बीजेपी और कांग्रेस के बड़े चेहरों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है. टूलकिट क्या होता है ये आपको बताएंगे लेकिन इससे पहले आपको बता दें कि सियासत इन दिनों इसी टूलकिट के इर्द गिर्द घूम रही है. बीजेपी लगातार कांग्रेस पर प्रधानमंत्री की छवि खराब करने का आरोप लगा रही है. बीजेपी ने कथित टूलकिट पोस्ट करते हुए कांग्रेस पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. वहीं कांग्रेस ने इस टूलकिट से इनकार करते हुए इसे बीजेपी की साजिश बताया है. कांग्रेस का कहना है कि फेक टूलकिट के जरिए बीजेपी कांग्रेस को टारगेट करने की कोशिश कर रही है. ETV भारत इस टूलकिट की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है. जानिए क्या है टूलकिट और उससे जुड़ी अहम बातें-
टूलकिट पर बीजेपी बनाम कांग्रेस टूलकिट की 8 बड़ी बातें-
- हरिद्वार में आयोजित कुंभ को कोरोना के 'सुपर स्प्रेडर' के रूप में प्रयोग किया जाएगा.
- देश के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय मीडिया का उपयोग किया जाए.
- कोरोना महामारी का इस्तेमाल करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि खराब की जाए.
- कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन को 'इंडियन स्ट्रेन' शब्द का इस्तेमाल किया जाए.
- कोरोना से जान गंवाने वाले लोगों की जलती चिताओं का प्रयोग कर अंतिम संस्कार की भयानक तस्वीर पेश की जाए.
- पीएम केयर फंड को निशाना बनाया जाए. बुद्धिजीवियों का प्रयोग कर पीएम केयर फंड को टारगेट किया जाए. फंड से पंजाब और छत्तीसगढ़ में भेजे गए वेंटिलेटर उपयोगी नहीं हैं, इस तथ्य पर बताएं कि वे सभी वेंटिलेटर डिफेक्टिव हैं.
- सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट को प्रधानमंत्री का निजी घर बताया जाए. MODI'S HOUSE कहकर बुलाया जाए.
- ये भ्रम फैलाया जाए कि गुजरात को प्रधानमंत्री इस कोरोना काल में बेहतर ट्रीटमेंट दे रहे हैं. ये फैक्ट लिए जाएं कि गुजरात को सबसे ज्यादा वैक्सीन दी जा रही है.
बीजेपी ने लगाए आरोप
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कांग्रेस पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. पात्रा ने कहा कि 'इस टूलकिट के जरिए कांग्रेस अपने राजीतिक मंसूबों को पूरा करना चाहती है. इस टूलकिट के जरिए कार्यकर्ताओं को निर्देश दिए जा रहे हैं कि कैसे काम करें.'
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कांग्रेस ने बीजेपी नेताओं पर दर्ज करवाया केस
कांग्रेस ने बीते मंगलवार को भाजपा पर कोरोना महामारी के समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि बचाने के लिए 'फर्जी टूलकिट' तैयार करने का आरोप लगाया और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के अलावा बीएल संतोष, स्मृति ईरानी, संबित पात्रा और कई अन्य के खिलाफ दिल्ली पुलिस में 'जालसाजी' की शिकायत दर्ज कराई है. राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस नेताओं की तरफ से बीजेपी नेताओं पर मामले दर्ज करवाए गए हैं. छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के खिलाफ भी छत्तीसगढ़ कांग्रेस के नेताओं की तरफ से मामला दर्ज करवाया गया है.
बीजेपी नेताओं पर दर्ज करवाए केस कांग्रेस नेताओं ने कहा कि वह प्रमुख सोशल मीडिया मंचों के प्रबंधकों को पत्र लिखकर 'झूठ फैलाने' वाले इन वरिष्ठ भाजपा नेताओं के सोशल मीडिया अकाउंट खत्म करने का आग्रह भी करेंगे. नई दिल्ली के तुगलक रोड थाने में कांग्रेस पार्टी के शोध विभाग के प्रमुख राजीव गौड़ा और सोशल मीडिया विभाग के प्रमुख रोहन गुप्ता की तरफ से शिकायत दर्ज कराई गई. पार्टी ने इस शिकायत में मांग की है कि 'जालसाजी' और 'झूठ फैलाने' के लिए इन वरिष्ठ भाजपा नेताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाए.
छत्तीसगढ़ कांग्रेस का ट्वीट छत्तीसगढ़ में भी टूलकिट पर राजनीति
पूर्व सीएम रमन सिंह ने कांग्रेस का कथित लेटर ट्विटर पर पोस्ट करते हुए दावा किया कि इसमें देश के माहौल को खराब करने की तैयारी करने की प्लानिंग लिखी है. रमन सिंह की तरफ से सोशल मीडिया पर लिखा गया कि 'कोरोना संकट के समय कांग्रेस की बिलो द बेल्ट राजनीति देखकर शर्म आती है. विदेशी मीडिया में देश को बदनाम करने के लिये कांग्रेस कुंभ का दुष्प्रचार और जलती लाशों की फोटो दिखाने का षड्यंत्र कर रही है. महामारी से साथ लड़ने के बजाय कांग्रेस लोगों को आपस में लड़ा रही है.' रमन सिंह ने #congresstoolkitexposed के साथ ये पोस्ट ट्वीट किया.
इस मुद्दे पर भाजपा के तमाम नेताओं ने ट्वीट कर अपनी भड़ास निकाली है. छत्तीसगढ़ भाजपा ने एफआईआर दर्ज कराने को गलत करार देते हुए कई हैशटैग सोशल मीडिया पर शेयर किए हैं. ये सिलसिला फिलहाल जारी है. #भूपेश_हमें_भी_करो_गिरफ्तार, #भूपेश_मुझे_भी_गिरफ्तार_करो जैसे हैशटैग सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहे हैं.कई नेताओं ने अपने पोस्ट पर इसे लोकतंत्र के खिलाफ बताया है. कुछ ने भूपेश सरकार पर तानाशाह होने का आरोप मढ़ा है.
कांग्रेस भी पीछे नहीं
कांग्रेस ने पूर्व सीएम रमन सिंह पर जाली दस्तावेजों की मदद से सौहार्द्र बिगाड़ने की कोशिश करने का आरोप लगाया है. रायपुर के सिविल लाइंस थाने में एनएसयूआई नेता ने रमन सिंह और बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है.
छत्तीसगढ़ कांग्रेस का ट्वीट टूलकिट में छत्तीसगढ़ का भी जिक्र
टूलकिट में एक जगह पर पीएम केयर फंड को निशाना बनाए जाने की बात लिखी हुई है. इसमें फंड से भेजे गए पंजाब और छत्तीसगढ़ में भेजे गए वेंटिलेटर उपयोगी नहीं हैं. इस बात का जिक्र है. इस फैक्ट को लेकर पीएम केयर फंड से भेजे गए वेंटिलेटर डिफेक्टिव हैं, ऐसा भ्रम फैलाए जाने की बात लिखी हुई है. इस बात पर छत्तीसगढ़ में भी सियासत तेज हो गई है. भाजपा केंद्र से आए वेंटिलेटर का उपयोग न करने का राज्य सरकार पर आरोप लगा रही है. दूसरी ओर सत्ता पर काबिज कांग्रेस का आरोप है कि केंद्र सरकार ने खराब वेंटिलेटर की सप्लाई की है.
क्या होता है टूलकिट ?
टूलकिट एक डिजिटल दस्तावेज होता है. इसे सोशल मीडिया के जरिए शेयर किया जाता है. टूलकिट आमतौर पर किसी मुद्दे को लेकर तैयार किया जाता है. उस मुद्दे पर तैयारियों और आगे का रोडमैप का उल्लेख किया जाता है. टूलकिट में संबंधित मामले से जुड़ा हर अपडेट डाला जाता है.उस मुद्दे से जुड़े अदालती याचिकाओं, प्रदर्शनकारियों की जानकारी, इसे जन आंदोलन बनाने की कोशिश से जुड़ी तमाम सामग्री सूचनाओं के तौर पर उपलब्ध करवाई जाती है. इसमें एक्शन प्वाइंट दिया होता है और उसी के मुताबिक तैयारी की जाती है. सोशल मीडिया पर हैशटैग भी चलाया जाता है.
सीधे शब्दों में कहें तो एक तरह का नोट या डॉक्यूमेंट होता है, जिसमें किसी मामले को लेकर कई जानकारी लिखी होती है. इस डॉक्यूमेंट को इंटरनेट के माध्यम से एक-दूसरे को भेजा जाता है या सोशल मीडिया पर किसी चीज का प्रचार किया जाता है. इसका इस्तेमाल अक्सर आंदोलन या प्रदर्शन में ज्यादातर होता है. इसमें जानकारी दी जाती है कि भीड़ को कहां इकट्ठा होना है, कौन से नारे लगाने हैं और सोशल मीडिया पर किस हैशटैग के साथ अपनी बात रखनी है और किस तरह से आंदोलन को आगे लेकर जाना है. इस तरह देश के साथ छत्तीसगढ़ में फिलहाल टूलकिट मामला चर्चा का विषय बना हुआ है.
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