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बर्बर कृत्य के लिए जिम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जाएगा : मनोज सिन्हा - सेवानिवृत्त एसएसपी की हत्या

terror attack on retired police officer in Baramulla : बारामूला में आतंकियों ने रिटायर्ड पुलिस अफसर की हत्या कर दी. घटना की घाटी के कई दलों ने निंदा की है. एलजी मनोज सिन्हा ने कहा कि बर्बर कृत्य के लिए जिम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जाएगा. killing of retired SSP.

Lieutenant Governor Manoj Sinha
मनोज सिन्हा

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Dec 24, 2023, 7:59 PM IST

श्रीनगर: कश्मीर घाटी के बारामूला जिले में रविवार को अज्ञात आतंकवादियों ने एक सेवानिवृत्त एसएसपी की हत्या कर दी. विपक्षी राजनीतिक दलों ने इसकी तीखी निंदा की है और सरकार पर सुरक्षा स्थिति खराब होने का आरोप लगाया है. मुहम्मद शफी मीर 2012 में एसएसपी के पद से सेवानिवृत्त हुए थे. रविवार सुबह गांव गैंटमुल्ला की मस्जिद में जब वह मुसलमानों को नमाज के लिए बुला रहे थे, उसी दौरान उनकी हत्या कर दी गई.

जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने मारे गए सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि इस बर्बर कृत्य के लिए जिम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जाएगा.

सिन्हा ने कहा कि 'सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी मोहम्मद शफी मीर पर हुए कायरतापूर्ण आतंकवादी हमले पर शब्दों से परे दुख है. इस बर्बरतापूर्ण कृत्य के लिए जिम्मेदार कायरों को बख्शा नहीं जाएगा. दुःख की इस घड़ी में शोक संतप्त परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं.' पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा कि सुरक्षा स्थिति चिंताजनक है.

उन्होंने 'एक्स' पर ट्वीट किया, 'कोई नहीं जानता कि किसकी अधिक निंदा की जाए. अपने कर्तव्य का पालन करते हुए अपने प्राणों की आहुति देने वाले सेना के पांच जवानों की हत्या या जिन्हें दुश्मन से हमारी रक्षा करनी थी उन लोगों द्वारा सबसे बर्बर तरीके से यातना देकर नागरिकों को मौत के घाट उतारना. जम्मू-कश्मीर में हर जीवन ख़तरे में है और भारत सरकार हर चीज़ को केवल इसलिए दबा देना चाहती है क्योंकि ज़मीनी हक़ीक़त उनकी नकली कहानी को ख़त्म कर देगी. आखिर कब तक ऐसा चलता रहेगा देश जाग जाएगा.'

पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि एक सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी की हत्या कर दी गई है. अब्दुल्ला ने जम्मू में एक पुस्तक विमोचन के दौरान कहा, 'सामान्य स्थिति का नारा लगाने या पर्यटकों के आगमन को शांति के रूप में प्रचारित करने से आतंकवाद समाप्त नहीं होगा जो अभी भी जीवित है. वे दावा कर रहे थे कि आतंकवाद अनुच्छेद 370 (2019 में) के निरस्त होने के साथ समाप्त हो गया है, लेकिन चार साल बाद भी, आतंकवाद अभी भी है और तब तक खत्म नहीं होगा जब तक हम इसके मूल कारण को समझने की कोशिश नहीं करते.'

पूर्व मुख्यमंत्री और डीपीएपी अध्यक्ष गुलाम नबी आजाद ने कहा कि भारत सरकार को जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करनी चाहिए. आजाद ने ट्वीट किया 'जम्मू-कश्मीर में बढ़ते आतंकवादी हमलों से चिंतित हूं. बारामूला में पूर्व एसएसपी मोहम्मद शफी मीर की हत्या निंदनीय है. तत्काल कार्रवाई की जरूरत है. सरकार को आतंकवाद पर नकेल कसने और सभी नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए निर्णायक कदम उठाने चाहिए!'

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