श्रीनगर: कश्मीर घाटी के बारामूला जिले में रविवार को अज्ञात आतंकवादियों ने एक सेवानिवृत्त एसएसपी की हत्या कर दी. विपक्षी राजनीतिक दलों ने इसकी तीखी निंदा की है और सरकार पर सुरक्षा स्थिति खराब होने का आरोप लगाया है. मुहम्मद शफी मीर 2012 में एसएसपी के पद से सेवानिवृत्त हुए थे. रविवार सुबह गांव गैंटमुल्ला की मस्जिद में जब वह मुसलमानों को नमाज के लिए बुला रहे थे, उसी दौरान उनकी हत्या कर दी गई.
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने मारे गए सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि इस बर्बर कृत्य के लिए जिम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जाएगा.
सिन्हा ने कहा कि 'सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी मोहम्मद शफी मीर पर हुए कायरतापूर्ण आतंकवादी हमले पर शब्दों से परे दुख है. इस बर्बरतापूर्ण कृत्य के लिए जिम्मेदार कायरों को बख्शा नहीं जाएगा. दुःख की इस घड़ी में शोक संतप्त परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं.' पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा कि सुरक्षा स्थिति चिंताजनक है.
उन्होंने 'एक्स' पर ट्वीट किया, 'कोई नहीं जानता कि किसकी अधिक निंदा की जाए. अपने कर्तव्य का पालन करते हुए अपने प्राणों की आहुति देने वाले सेना के पांच जवानों की हत्या या जिन्हें दुश्मन से हमारी रक्षा करनी थी उन लोगों द्वारा सबसे बर्बर तरीके से यातना देकर नागरिकों को मौत के घाट उतारना. जम्मू-कश्मीर में हर जीवन ख़तरे में है और भारत सरकार हर चीज़ को केवल इसलिए दबा देना चाहती है क्योंकि ज़मीनी हक़ीक़त उनकी नकली कहानी को ख़त्म कर देगी. आखिर कब तक ऐसा चलता रहेगा देश जाग जाएगा.'