पटना/श्रीनगर :गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) के कांग्रेस से सभी पदों से इस्तीफा देने के बाद प्रतिक्रियाओं का दौर जारी है. इसी कड़ी मेंकांग्रेस नेता और पूर्व सांसद शकील अहमद (Shakeel Ahmad) ने कहा कि गुलाम नबी आजाद के द्वारा नई पार्टी बनाने की बात करना दूसरी पार्टी में जाने का एक बहाना है. वहीं जम्मू कश्मीर में अपनी पार्टी के अध्यक्ष सैयद अल्ताफ बुखारी ने गुलाम नबी आजाद ने भारतीय जनता पार्टी के साथ एक समझौता करने का आरोप लगाया.
इसी कड़ी शकील अहमद ने कहा कि गुलाम नबी आजाद का पार्टी छोड़ना अफसोसजनक है. मगर पार्टी छोड़ने के एक घंटे के बाद नई पार्टी बनाने की बात करना उन्होंने जो आरोप लगाए हैं वो दूसरी पार्टी में जाने का एक बहाना है. उन्होंने कहा कि यदि गलत कांग्रेस ने किया था तो उसे उसी समय ही उठाया जाना चाहिए था. शकील अहमद ने कहा कि राहुल गांधी के 2013 में आर्डिनेंस फाड़ने की बात को इस समय कहना गलत है. अभी तक वो भी शामिल थे. उन्होंने कहा कि हर पार्टी में बदलाव का वक्त होता है. सीनियर लीडर को किनारे किया जाता तो कोई बात होती, लेकिन उन्होंने नई पार्टी बनाने का मिजाज बना लिया था और बहाना खोज रहे थे.
कांग्रेस नेता ने कहा कि बीजेपी की देश भर में कई राज्यों में सरकार है. लेकिन सियासत में यह बात भूलनी नहीं चाहिए कि 1984 में बीजेपी दो सीटों में सिमट गई थी. पीएम मोदी के नेतृत्व में बीजेपी ने 304 सीटें जीतीं तो वाहवाही हो रही है और पंडित नेहरू को सबसे कम सीटें आईं थी तो 362 सीटें आई थीं. हर पार्टी में अच्छा औऱ बुरा समय आता है. उन्होंने गुलाम नबी आजाद के पांच बयान सोशल मीडिया में ट्वीट और वीडियो का हवाला देते हुए कहा कि उन्होंने ही कहा था कि पीएम मोदी से कोई लड़ाई लड़ सकता है तो वो राहुल गांधी ही हैं. लेकिन साल भर में ही वह कैसे बदल गए.