प्रयागराज:शुक्रवार को हिंसा के मामले में पुलिस अब उपद्रवियों को पकड़ने के लिए उनके पोस्टर जारी करने वाली है. पुलिस पत्थरबाजी के दौरान की फोटो और वीडियो के जरिए हिंसा आगजनी में शामिल उपद्रवियों की पहचान करने में जुटी हुई है. इनमें से कई लोगों की पहचान और गिरफ्तारी करने के लिए पुलिस उनके पोस्टर जारी करने वाली है.
पत्थरबाजों के तस्वीर लगाने की तैयारी में जुटी पुलिस
प्रयागराज में शुक्रवार को पत्थरबाजी और आगजनी के साथ तोड़फोड़ करने के आरोप में पुलिस ने अब तक 92 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है. इसमें घटना का मास्टर माइंड जावेद पंप भी शामिल है. पुलिस ने इस मामले में अलग-अलग दर्ज FIR में 70 नामजद और 5 हजार से ज्यादा अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है. फिलहाल पुलिस अन्य आरोपियों की पहचान और उनकी गिरफ्तारी के लिए पोस्टर जारी करने वाली है. जानकारी के मुताबिक पुलिस अलग-अलग जगह से प्राप्त हुए वीडियो फुटेज और फोटो से आरोपियों की तस्वीरें बनाकर उसका पोस्टर जारी करने वाली हैं. जल्द ही पुलिस की तरफ से अटाला इलाके में पत्थरबाजी के साथ उपद्रव और आगजनी करने वालों के पोस्टर जारी हो सकते हैं.
साजिश के तहत रची गई थी हिंसा
अटाला में जुमे की नमाज के बाद हिंसा यूं ही नहीं भड़की थी. इसके लिए न सिर्फ पहले साजिश रची गई थी, बल्कि मौके पर भी जानबूझकर उकसाने वाली कुछ ऐसी बातें की गईं, जिससे भीड़ हमलावर हो गई. कुछ शरारती तत्वों ने खास तौर पर पुलिस को निशाना बनाने को कहा था, जिससे उपद्रवी और उग्र हो गए और पत्थर के साथ बम-गोलियां भी चलानी शुरू कर दीं. जिसका खुलासा खुल्दाबाद पुलिस के एक दारोगा ने अपने बयान में किया है. बवाल मामले में खुल्दाबाद थाने में दर्ज मुकदमे में बताया गया है कि किस तरह भीड़ को उकसाया गया ताकि खूनखराबा किया जा सके.