लखनऊ : राजधानी के त्रिवेणी नगर में 90 वर्षीय बुजुर्ग स्नेहलता का गला रेतने वाला उसका पोता ही निकला. पोते मानस ने अपनी दादी (Police arrested grandson) के गले को चापड़ से दो बार रेतकर हत्या कर दी. इसके बाद वह चापड़ गोमती नदी के पास फेंककर सीतापुर भागने की फिराक में था. पुलिस ने उसे नशे की हालत में चारबाग से गिरफ्तार किया था. पुलिस के मुताबिक, आरोपी मानस दादी से पैसे मांग रहा था और उसी विवाद में उसने अपनी दादी की हत्या कर दी.
'पैसे नहीं दिए तो दादी का गला रेत दिया' :डीसीपी नॉर्थ कासिम आब्दी के मुताबिक, '90 वर्षीय मृतका स्नेहलता त्रिवेणीनगर में घर पर अकेले रहती थी. कुछ दिन पहले ही उनके सबसे छोटे बेटे का पुत्र मानस सीतापुर से उनके घर रहने के लिए आया था. रविवार को मानस खुद के पास पैसे न होने पर उसने दादी से पैसे मांगे थे, लेकिन दादी ने पैसे देने से इनकार कर दिया. इस पर नाराज होकर मानस ने दादी को धक्का दे दिया. स्नेहलता के गिरने पर गुस्साए पोते ने पास में ही रखे चापड़ से अपनी दादी का गला रेत दिया और वहां से फरार हो गया.'
'हत्या करने के बाद सीतापुर भागने की फिराक में था' :डीसीपी ने बताया कि 'आरोपी मानस अपनी दादी की हत्या करने के बाद नदी के पास चापड़ फेंकते हुए चारबाग निकल गया और सीतापुर जाने की फिराक में था. सर्विलांस टीम ने आरोपी मानस को चारबाग से धर दबोचा. डीसीपी के मुताबिक, आरोपी मानस पूछताछ के दौरान अजीबो गरीब हरकतें कर रहा था. वह जवाब देते समय कभी हंसता तो कभी रोने लगता, लेकिन काफी देर पूछताछ करने के बाद मानस ने हत्या में इस्तेमाल हुआ चापड़ बरामद करवाया.'